रक्षामंत्री ने आईआईएमटी विवि के दीक्षा समारोह में मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक पहनाकर किया सम्मानित
मेरठ, 11 जनवरी (प्र)। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज मेरठ के आईआईएमटी विश्वविद्यालय में होने वाले दीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के 25 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन काफी मुस्तैद दिखाई दिया। समारोह में विशेष रूप से छात्रों को तीन प्रतिष्ठित पदक प्रदान किए गए जिनमें राष्ट्रीय स्तर पर इनोवेशन के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल गोल्ड मेडल, खेल प्रदर्शन के लिए मेजर ध्यानचंद मेमोरियल गोल्ड मेडल और विश्वविद्यालय के टॉपर्स को स्वर्गीय ओम प्रकाश गुप्ता गोल्ड मेडल।


आईआईएमटी विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षा समारोह में मेरठ पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आजादी के बाद हमारे सामने बहुत सी चुनौतियां रही हैं, पर किन्हीं कार्यों से इन चुनौतियों ने निराशा का भाव पैदा किया जिससे हमारे युवा सपने देखने से डरने लगे। सपनों को पूरा करने के लिए विदेश जाना पड़ता था। पर आज भारत के पास युवाओं सपनों को पूरा करने के साधन, संसाधन और संकल्प शक्ति भी है। आज नौजवान अपने सपने पूरा कर सकते हैं।


2047 तक भारत को विकसित देश बनाएंगे
हमने निर्णय लिया है कि 2047 तक भारत को विकसित देश बनाएंगे। आपके द्वारा देखे गए सपने आपकी नई सोच और आपके द्वारा किए गए काम भारत को दुनिया में एक नई पहचान दिलाने का काम करेंगे। 12 जनवरी स्वामी विवेकानंद जी की जयंती है। देशभर में युवा दिवस के रूप में मनाई जाएगी। मैं मानता हूं कि युवा दिवस मनाने के लिए इससे उपयुक्त दिवस कोई नहीं हो सकता क्योंकि स्वामी जी सही मायने में भारत के पहले ग्लोबल यूथ थे जिनका प्रभाव देश और विदेश दोनों जगह पर महसूस किया गया है। हमारे देश के युवाओं से बहुत अपेक्षाएं हैं। मुझे पक्का विश्वास है, भारत अमृत काल में प्रवेश कर चुका है। भारत अब विकसित भारत बन कर रहेगा।
कोरोना को हमने चुनौतियों के रूप में लिया
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं विश्वास के साथ कहता हूं, भारत पहले कुछ बोलना तो भारत की बातों को जिस गंभीरता पूर्वक लिया जाना चाहिए था, नहीं लिया जाता था। आज अगर इंटरनेशनल पटल पर भारत कुछ बोलता है तो सारी दुनिया कान खोलकर सुनती है कि भारत बोल क्या रहा है। कहा कि हमारे देश के हीरो हमारे युवा हैं। कोरोना महामारी में हमने चुनौतियों को एक अवसर के रूप में देखा जिससे भारत स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनकर लगातार आगे बढ़ रहा है।
देश सबसे बड़ी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनकर उभरा
रक्षा मंत्री ने कहा, आज हम लोगों की हैसियत है कि आज हम सेना से जुड़े उपकरण भारत की धरती पर भारत के लोगों और वैज्ञानिको द्वारा बनाए जा रहे हैं। हम उसका उपयोग कर रहे हैं। केवल उपयोगी ही नहीं कर रहे हैं बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी एक्सपोर्ट करने का कार्य कर रहे हैं। आज एक लाख 30 हजार स्टार्टअप देश में काम कर रहे हैं। आज भारत सबसे बड़ी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है। भारत में सबसे ज्यादा 5जी यूजर्स हैं। 5जी भारत के शहर और गांव तक पहुंच चुकी है। आज भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है।
मन बड़ा रखकर करें कार्य
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने बच्चों से आवाहन किया कि बड़ा मन रखकर कार्य करें। कभी छोटा मन ना रखें। विश्वास के साथ कहता हूं कि अगर ईश्वर को हासिल करना चाहोगे तो ईश्वर की प्राप्ति भी होगी। कोई ताकत नहीं रोक सकती। कहा कि युवाओं को भारत का इतिहास पढ़ना चाहिए। हमारे इसिहास में हर क्षेत्र में भारत की उपलब्धि व्याप्त है। सुश्रुत ने आधुनिक खोज के वर्षों पहले ही बता दिया था कि मलेरिया मच्छर के काटने से होता है जबकि पश्चिमी देश यही मानते रहे कि मलेरिया गंध से फैलता है। उन्होंने युवा पीढ़ी से मन की परिधि बढ़ाने का आह्वान किया। बोले मन की आरोधी बढ़ाने में ही परमानंद है।
मुख्य अतिथि केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का कुलाधिपति योगेश मोहन जी गुप्ता तथा मयंक अग्रवाल आदि ने स्वागत किया। मीडिया की व्यवस्था सुनील शर्मा देख रहे थे। अन्नपूर्णा ट्रस्ट के संस्थापक ब्रजभूषण गुप्ता आदि भी नजर आए।


