मेरठ, 27 नवंबर (प्र)। पीएल शर्मा रोड से तिलक रोड का लिंक हैं। इसकी गली में रसूखदार ने बड़े बेसमेंट की खुदाई करा दी हैं, जिसके चलते कई मकानों में दरार आ गई हैं। बेसमेंट खुदाई की कोई अनुमति मेरठ विकास प्राधिकरण से भी नहीं ली हैं। एक दिन से नहीं, बल्कि खुदाई पिछले छह माह से चल रही हैं। इसको प्राधिकरण के इंजीनियरों ने भी मौन स्वीकृति दे रखी हैं, लेकिन शनिवार को मकानों में दरार आने के बाद यहां के लोग प्राधिकरण उपाध्यक्ष से मिले तथा कार्रवाई की मांग की।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने तत्काल इसमें कार्रवाई करते हुए एक टीम तिलक रोड पर भेजकर रसूखदार के बेसमेंट के निर्माण को फिलहाल रुकवा दिया हैं, लेकिन बाकी कोई कार्रवाई नहीं की। पिछले छह माह से इस बिल्डिंग में बिना मानचित्र स्वीकृति के निर्माण चल रहा था। जब शहर में इतनी सख्ती है तो फिर इंजीनियर इसमें निर्माण कैसे होने दे रहे हैं। ये भी बड़ा सवाल हैं। क्या इसमें इंजीनियरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
दास भवन तिलक रोड की प्राधिकरण उपाध्यक्ष को दी गई शिकायत में कहा गया है कि दो मंजिला बेसमेंट इस कोठी में बनाया जा रहा हैं, जिसके चलते ही मकानों में दरार आई हैं। ऐसे में मकान गिर भी सकते हैं, जिसके चलते बड़ा हादसा पेश आ सकता हैं। यही नहीं, बीच में गली थी। गली के सामने का मकान भी खरीदकर सर्वाजनिक गलि को भी अपनी कोठी में मिला लिया हैं, जिसको लेकर भी लोगों ने आपत्ति करते हुए इसकी शिकायत नगर निगम में की हैं, ताकि जिस गली को कोठी में मिलाकर कब्जा किया गया हैं, उस जमीन को कब्जा मुक्त कराया जा सके। दरअसल, प्राधिकरण और नगर निगम के अधिकारी छह माह से चल रहे निर्माण के बाद भी नींद में थे। इनको पता ही नहीं चला कि तिलक रोड पर इतना बड़ा निर्माण चल रहा हैं। ट्रकों से मिट्टी निकाली जा रही हैं। दो मंजिला बेसमेंट बन रहा हैं, जिसको देखकर ही लगता है कि यहां पर कोई भी हादसा हो सकता हैं, मगर इसकी चिंता प्राधिकरण के इंजीनियरों को नहीं हैं। क्योंकि इंजीनियरों की सेटिंग से ही ये पूरा खेल चल रहा था। ऐसा आरोप आसपास के लोगों ने प्राधिकरण के सामने लगाया हैं।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने इसमें कार्रवाई करते हुए एक टीम भेजकर निर्माण कार्य को बंद कराने के आदेश दिये हैं। हालांकि अभी निर्माण बंद कर दिया हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि रात के अंधेरे में बेसमेंट का निर्माण चलता हैं। ये शिकायत प्राधिकरण उपाध्यक्ष को ही नहीं, बल्कि कमिश्नर को भी क्षेत्र के लोगों ने की हैं। मकानों में आयी दरार के फोटो भी अधिकारियों को दिखाये गए हैं।