मेरठ 30 दिसंबर (प्र)। मेरठ में एंटी करप्शन की टीम ने शुक्रवार की शाम 10 हजार की रिश्वत ले रहे परीक्षितगढ़ थाने के सिपाही को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तारी के बाद सिपाही से पूछताछ करने के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। सिपाही फूल सिंह एनबीडब्ल्यू वारंट तामील कराने के नाम पर 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगा था। हालांकि 10 हजार में डील तय हुई थी।
परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के सौदत के रहने वाले दो भाइयों से 20 हजार रुपये लेकर वारंट में छोड़ने की बात कही। जिस पर दोनों भाइयों ने 20 हजार रुपये देने में असमर्थता जताते हुए कम करने की मांग की। इस पर सिपाही ने 10 हजार रुपये लेकर वारंट में छोड़ने को लेकर दोनों में बात तय हो गयी। साथ ही यह भी तय हो गया कि 10 हजार की रकम शुक्रवार शाम को सिपाही फूल सिंह को दे दी जाएगी। मुजीव व रहीस ने पूरे मामले की जानकारी अपने बड़े भाई सरताज को दी। सरताज ने किसी माध्यम से एंटी करप्शन के बडेÞ अधिकारियों से संपर्क कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद 10 हजार की रिश्वत मांगने वाले सिपाही को दबोचने के लिए एंटी करप्शन के अधिकारियों ने जाल बिछाया। एंटी करप्शन की टीम ने पावडर लगे हुए नोट थमा दिए गए। तय वक्त पर सिपाही पहुंच गया। इस दौरान जैसे ही सरताज 10 हजार रुपये लेकर सिपही फूल सिंह के पास पहुंचा और उसे 10 हजार रुपये बतौर रिश्वत दी, वहां पहले से तैनात एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार रुपये फूल सिंह के हाथों में आते ही उसे रंगेहाथों दबोच लिया।
एंटी करप्शन की टीम को देखकर सिपाही बुरी तरह से घबरा गया। उसने मिन्नतें करनी शुरू कर दीं, लेकिन उसकी एक न चली। जिसके बाद टीम सिपाही को लेकर भावनपुर थाने पहुंची और घंटों तक मामले की जांच करते हुए सिपाही के विरुद्ध भावनपुर थाने में संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज कराते हुए पुलिस के हवाले कर दिया। सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। उसे जेल भेजा जा रहा है।