मेरठ 09 सितंबर (प्र)। हापुड़ बुलंदशहर हाईवे से जुर्रानपुर फाटक, दिल्ली रोड, वेदव्यासपुरी होते हुए दिल्ली- दून बाईपास तक रिंग रोड के लिए बैनामा प्रक्रिया एक सप्ताह बाद शुरू हो जाएगी। एलाइनमेंट सर्वे पूर्ण हो गया है। मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) भूमि खरीदने के लिए संबंधित खसरा नंबरों को सदर तहसील को उपलब्ध कराएगा। उसी के आधार पर संबंधित खसरा के खातेवरों का मुआवजा तय होगा। तहसील से प्रक्रिया आगे बढ़ते ही बैनामा शुरू कर दिया जाएगा। जब भूमि खरीद पूर्ण हो जाएगी तब एलाइनमेंट सर्वे की रिपोर्ट पीडब्ल्यूडी को भी दी जाएगी। उसी आधार पर बाद में पीडब्ल्यूडी रिंग रोड का निर्माण करेगा।
रिंग रोड के लिए मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) द्वारा लगभग 15 हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी। सुंदरा पूठा और रिठानी गांव से 2.7 हेक्टेयर जमीन, जबकि गूमी, बुढेड़ा जाहिदपुर व जुरांनपुर गांव से 12 हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी। पहले दो गांवों से जमीन खरीदने पर लगभग 21 करोड़ रुपये और बाकी तीन गांवों से लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निबंधन आदि शुल्क मिलाकर कुल 162 करोड़ रुपये बैनामा प्रक्रिया में खर्च होंगे। इसके लिए 100 करोड़ रुपये मेडा अपने कोष से देगा जबकि 62 करोड़ रुपये शासन से मिलेंगे। मेडा ने 100 करोड़ आरक्षित कर रखे हैं जबकि 62 करोड़ शासन से मिलने बाकी हैं।
फिलहाल रिंड रोड 24 मीटर चौड़ी बनेगी। भविष्य में चौड़ाई बढ़ाने के लिए दोनों तरफ 10-10 मीटर जमीन आरक्षित कर दी जाएगी, जिसे किसान बेच नहीं सकेंगे न ही उस पर कोई निर्माण कर सकेंगे। शताब्दीनगर में 45 मीटर चौड़ी पहले से ही दिल्ली रोड तक बनी हुई है। दिल्ली रोड से दीवान मिल के पास से रिठानी, पूठा होते हुए वेदव्यासपुरी तक लगभग 1.20 किमी तक रिंग रोड का हिस्सा बनेगा। इस सड़क को वेदव्यासपुरी की 65 मीटर चौड़ी सड़क में जोड़ दी जाएगी। वेदव्यासपुरी में यह सड़क दून बाईपास तक पहले से ही बनी हुई है। इस तरह से सिर्फ दो छोटे टुकड़ों के लिए ही जमीन खरीद और निर्माण कार्य होना है।
आधे शहर को मिलेगा लाभ, बिजली वंवावाईपास पर नहीं फंसेंगे
मेरठ बुलंदशहर हापुड़ हाईवे से दिल्ली रोड आने-जाने के लिए एक ही बाईपास है वह है बिजली बंबा बाईपास। इसकी चौड़ाई सात मीटर है यानी मानक के अनुरूप दो लेन भी नहीं है। इस बाईपास से रेलवे लाइन गुजरती है। जिस पर कभी भी फाटक बंद होता रहता है। बाईपास के किनारे रजवाहा भी है। इन सब कारणों से इस बाईपास पर दिन-रात जाम लगा रहता है। हापुड़ हाईवे ही नहीं शास्त्रीनगर, मेडिकल क्षेत्र, जेलचुंगी, मवाना रोड, गढ़ रोड की तरफ के वाहन भी दिल्ली रोड पर जाने के लिए इसी बाईपास का उपयोग करते हैं।
मेडा उपाध्यक्ष संजय कुमार मीना का कहना है कि रिंग रोड के लिए एलाइनमेंट सर्वे पूर्ण हो गया है। अब तहसील से पड़ताल कराने के बाद बैनामा शुरू कराया जाएगा। एक साल में रोड का निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य है।