परीक्षितगढ़ 20 नवंबर। इंचौली थाना क्षेत्र के गांव सिखेड़ा की सुमन के मोबाइल की रविवार दोपहर जब घंटी बजी तो कॉलर आईडी पर नाम देखकर उसने लपककर काल रिसीव की, लेकिन अगले ही पल वह पछाड़ खा गयी। उसके पैरों तले से जमीन खिसक गयी। उसने परिवार के दूसरे सदस्यों को बुलाया। जिस नंबर से कॉल आयी थी वो सुमन के दामाद सूरज का था और काल करने वाले ने जो कुछ कहा उससे पैरों तले से जमीन खिसक गई।
बकौल सुमन काल करने वाले ने कहा कि तेरी बेटी प्रिया को निपटा दिया है और फिर वैसा ही किया। कुछ देर बाद बेटी व दामाद की मौत की खबर आयी। मृतका के परिजनों की ओर से दी गयी तहरीर में दामाद को दिमागी रूप से कमजोर करने, प्रिया की हत्या व खुद की आत्महत्या करने की तहरीर दी है।
इस फोन काल के बाद इससे पहले कि सुमन का परिवार कुछ कहता सुनता, उससे पहले सिखेड़ा से करीब 30 किलोमीटर दूर परीक्षितगढ़ थाना के गांधारी तालाब के समीप श्मशान मार्ग पर जंगल में अमरूद के पेड़ पर गांव मवी निवासी 22 वर्षीय सूरज पुत्र पुत्र गजेन्द्र की लाश झूल रही थी और उसके समीप ही 19 वर्षीया पत्नी प्रिया का शव पड़ा था। सिर पर कोई धारदार हथियार से प्रहार कर उसकी हत्या की गयी थी।
परीक्षितगढ़ के मवी के निवासी सूरज व इंचौली थाना क्षेत्र के सिखेड़ा निवासी प्रिया की शादी करीब पांच माह पहले ही हुई थी। माह पूर्व हुई थी। किसी ने सोचा तक नहीं था कि ऐसा भी हो जाएगा। यह सवाल पुलिस अधिकारियों को भी परेशान कर रहा है कि ऐसी क्या वजह थी जो इनकी हत्या कर दी गयी। गांव वालों को भी हत्या की वजह को लेकर उठ रहा सवाल परेशान कर रहा था। जितने मुंह उतनी बात। कुछ का कहना था कि परिजनों के पेट में मौत का राज छिपा है।
हत्या की सूचना पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का गहनता से जांच पड़ताल की। जिसके बाद फोरेंसिक टीम का मानना है कि जिस तरह से दंपति के शव है। उससे तो ये ही प्रतीत होता है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है। साक्ष्य एकत्रित किए गए हैं।
सीओ सदर देहात प्रमोद कुमार सिंह का कहना है कि युवक दिमागी मरीज था, लेकिन पत्नी को चाहता बहुत था। उसका इलाज भी चल रहा था। उसने दिन में ससुराल फोन कर बताया कि प्रिया को मार दिया है अपनी जान देने जा रहा है। शव पोस्टमार्टम को भेजे हैं।