पिछले कुछ वर्षों से विभिन्न कारणों से अपने को वीआईपी समझने वाले कुछ नागरिक विभिन्न विशेष पर्वों पर अपने बच्चों का आगमन दर्शाने के लिए अपनी पत्नियों का प्रसव कराने को लालियत रहते है इस चक्कर में पढ़ने वाली खबरों के अनुसार एक दो मौते भी हो चुकी बताई जाती है।
ऐसे माहौल में भगवान के प्रति आस्था और विश्वास रखने वाले परिवारों में 500 साल के संघर्ष के बाद अयोध्या में बने राम मंदिर में भगवान राम की दर्शनीय प्रतिमाओं की हुई प्राण प्रतिष्ठा जैसे शुभ दिन बच्चों का होना और संबंध परिवारों के उत्साह तथा उमंग का वर्णन किया जाना आसान नहीं होता है। तो फिर जिनके यहां इस पावन दिवस की स्मृति के दौरान नवजात बच्चों का आवगमन हुआ उनकी तो खुशी अपार होगी ये तो वो खुद ही बता सकते है। एक खबर के अनुसार संभल फिरोजाबाद के एक मुस्लिम परिवार में प्राण प्रतिष्ठा के दिन गत सोमवार को बच्चे का जन्म हुआ जिले के चंदौसी के अस्पताल में हुए बच्चे का नाम मुस्लिम परिवार ने राम रहीम रखा। तो यूपी के ऐतिहासिक नगर मेरठ में इस शुभ दिन कुछ परिवारों में जन्मे बेटों का नाम राम रखा गया और जिन घरों में बेटियां आई उनका नाम जानकी और अहिल्या रखा गया। बताते है कि मेडिकल कालेज में 12 बच्चों ने जन्म लिया जिनमें पांच बेटे और पांच बेटियों का लक्ष्मी के रूप में आवगमन हुआ। मीनाक्षी ने अपने बेटे का नाम राम रखा तो निक्की नाम की महिला ने बेटी का नाम जानकी। बताते है कि जिले में इस दिन 21 बच्चों ने जन्म लिया। इसी प्रकार से मध्य प्रदेश के तीन जिलों में 47 बच्चों ने जन्म लिया जिनमें से इंदौर के तीन अस्पतालों में 33 दमोह के अस्पतालों में 13 और भोपाल में एक बच्चे ने जन्म लिया। जिनमें से कुछ सामान्य और कुछ ऑपरेशन से हुए बताये गये।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को हुए बच्चों का नाम किसी ने राम रहीम किसी ने जानकी और किसी ने राम रखा
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