मेरठ, 20 नवंबर (प्र)। लालकुर्ती मैदा मोहल्ला में सालों से घर में मौजूद एक मजार में आने जाने का रास्ता चर्च में खोल दिया। इससे इसाई समुदाय में नाराजगी फैल गयी। समुदाय के लोग चर्च पर जमा होने लगे। मजार में आने जाने का रास्ता चर्च से खोले जाने की खबर फादर ने ही लालकुर्ती पुलिस को दी। मामला दो संप्रदायों के बीच होने के चलते पुलिस आनन-फानन में मौके पर पहुंच गयी और इससे पहले कि माहौल खराब होता पुलिस डेमेज कंट्रोल में जुट गयी। मजार का रास्ता चर्च में खोलने में मदद करने वाले दो लोगों को हिरासत में भी ले लिया।
लालकुर्ती मैदा मोहल्ला के बंगला नंबर 93 का है। यहां एक मकान में पुरानी मजार बनी हुई है। इस मजार में आने जाने के लिए मकान के मेनगेट का यूज लोग करते हैं। आरोप है कि जिस मकान में यह मजार बनी है, उसके मालिक ने मजार से होने वाली कमाई को बढ़ाने की नियत से मजार का प्रचार करने के लिए बराबर स्थित चर्च से उसका रास्ता खोल दिया। चर्च की दीवार हटाकर वहां रास्ता बना दिया।
कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि मजार की आड़ में यहां आसपास कर लिए गए अवैध निर्माणों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। चर्च से मजार में आने जाने का रास्ता बनाए जाने की खबर पुलिस को चर्च के फादर ने दी। वहीं दूसरी ओर चर्च से मजार का रास्ता बनाए जाने की खबर मिलने के बाद इसाई समुदाय के लोग भी जुटने लगे। सभी ने चर्च से मजार का रास्ता बनाने का विरोध किया। साथ ही कार्रवाई की मांग की। वहीं दूसरी ओर मजार के पक्ष में भी पहले से ही लोग जमा था। शायद उन्हें चर्च के अनुयाइयों के विरोध का पहले से आभास था। आसपास के लोगों का कहना है कि चर्च के संभावित विरोध से निपटने के लिए मजार के पक्ष में लोग जमा हुए थे।
रास्ते को लेकर दोनों समुदाय के लोगों के आमने सामने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने आनन-फानन में चर्च में खोला गया रास्ता बंद कर दिया। इससे पहले मौके पर पहुंची पुलिस ने इस मामले मे जमील, मीनू पुत्रगण हबीब को हिरासत में ले लिया। वही इनके मददगार बताए जा रहे नौशाद, मुजमिल मौके पर पुलिस को देखकर भाग गए। पुलिस वालों ने खुद खडे“ होकर चर्च से होकर मजार में आने जाने का रास्ता बंद कराया। वहां दीवार बना दी गयी। उसके बाद जो लोग हिरासत में लिए गए थे, उनको चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। यदि पुलिस ने तुरंत एक्शन ना किया होता तो रविवार को जब चर्च में बड़ी संख्या में लोग प्रार्थना के लिए पहुंचते हैं तो माहौल बिगड़ भी सकता था।