मेरठ 26 जून (प्र)। प्रेमिका के परिवार को फंसाने के लिए युवक पर उसके दोस्त ने ही फायरिंग की। निशान चुक जाने पर गोली सीने में लगकर पीठ से निकल गई। खून से लथपथ हालत में युवक की मौके पर ही मौत हो गई। उसके बाद आरोपित मौके से भाग गया। सुबह ही युवक का गोली लगा हुआ शव मिलने के बाद पुलिस ने 11 घंटे की जांच के बाद घटना का पर्दाफाश कर आरोपित बाल अपचारी को हिरासत में ले लिया। उसकी निशानदेही पर मृतक का मोबाइल भी बरामद किया।
एसपी देहात डाॅ. राकेश मिश्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गंगानगर के अम्हेड़ा आदिपुर निवासी संजय कुमार का 21 वर्षीय बेटा हर्ष कुमार मंडप में टैंट लगाने का काम करता था। बुधवार की सुबह नौ बजे हर्ष का शव शिवलोक कॉलोनी के समीप आशाराम के गन्ने के खेत में शीशम के पेड़ के नीचे मिला।
गोली सीने में लगकर पीठ से बाहर निकल गई थी। शव के पास ही तमंचा पड़ा हुआ था। हर्ष का प्रेम प्रसंग पड़ोस में रहने वाले रविंद्र की बेटी से चल रहा था। परिवार के लोगों ने रविंद्र और उसके भतीजे अंशुल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस की तीन टीमें लगाकर मामले की पड़ताल की गई।
एसपी देहात ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से सामने आया कि मंगलवार की रात को हर्ष के साथ पड़ोस में रहने वाला बाल अपचारी घूम रहा था। दोनों ने एक साथ बैठकर ही खेत में ट्यूबवेल पर शराब पी है। तभी पुलिस ने बाल अपचारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
बाल अपचारी ने बताया कि पिछले एक साल से हर्ष का पड़ोसी रविंद्र की बेटी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। 23 जून को रविंद्र के बेटे साहिल को दोनों के प्रेम प्रसंग के बारे में जानकारी मिली। तब साहिल ने अपनी बहन से हर्ष को दूर रहने की सलाह दी।
यह भी चेतावनी दी कि अगर दोबारा से बातचीत की, तब हर्ष की हत्या कर देगा। गंगानगर थाने में रविंद्र की तरफ से इसकी शिकायत भी दर्ज कराई गई। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही थी। हर्ष और बाल अपचारी की दोस्ती थी।
हर्ष ने बाल अपचारी को पूरे मामले से अवगत कराया। तब दोनों ने प्लानिंग कि पेट पर छर्रे मारकर प्रेमिका के परिवार पर जानलेवा हमले का आरोप लगा देंगे। मंगलवार को शाम छह बजे हर्ष काम से घर लौटा। सात बजे परिवार को कहकर गया कि दोस्त के संग घूमने जा रहा हूं। उसके बाद हर्ष और बाल अपचारी दोनों ही अम्हेड़ा आदिपुर के खेत में ट्यूबवेल पर आ गए। हर्ष अपने साथ तमंचा और शराब की बोतल लेकर आया था। वहां पर दोनों ने बैठकर पहले शराब पी। उसके बाद रात को करीब एक बजे ट्यूबवेल से 700 मीटर की दूरी पर आशाराम के गन्ने के खेत में चले गए। वहां पर बाल अपचारी ने तमंचे से हर्ष के पेट के समीप से गोली चला दी। निशान चूक जाने पर गोली हर्ष के सीने में लगकर पीठ से निकल गई। खून से लथपथ हर्ष जमीन पर गिर गया। बाल अपचारी ने तमंचा वहीं पर छोड़ा और हर्ष का मोबाइल लेकर ट्यूबवेल की छत पर फेंका। उसके बाद घर लौट गया।