मेरठ 12 मार्च (प्र)। चौ.चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध मेरठ मंडल के कॉलेजों में एनईपी स्नातक में बीए, बीकॉम एवं बीएससी सम सेमेस्टर की परीक्षाएं नौ अप्रैल से 30 मई तक होंगी। दस से एक और दो से पांच बजे की दो पालियों में एनईपी सम सेमेस्टर का परीक्षा कार्यक्रम मंगलवार शाम जारी हो गया। सीसीएसयू के इस परीक्षा कार्यक्रम का छात्र विरोध कर सकते हैं। फेडरेशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज ने भी आपत्ति जताई है।
छात्रों के अनुसार फरवरी में उनके विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं खत्म हुई हैं और इस वक्त सम सेमेस्टर के फॉर्म भरे जा रहे हैं। 23 मार्च तक छात्रों को सम सेमेस्टर के फॉर्म भरने हैं। ऐसे में नौ अप्रैल से एनईपी सम सेमेस्टर परीक्षाएं कराने का कोई औचित्य नहीं है। वहीं फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट नितिन यादव के अनुसार यह छात्रों के साथ मजाक है। फरवरी में विषम सेमेस्टर के पेपर खत्म हुए हैं। कॉलेजों में दो महीने भी कक्षाएं नहीं चली। ऐसे में छात्र पेपर क्या देंगे।
विश्वविद्यालय ने बीएफए, बीएससी बॉयोटेक्नोलॉजी, बीएससी ऑनर्स बॉयोटेक्नोलॉजी, बीएससी माइक्रोबॉयोलॉजी, बीएससी ऑनर्स माइक्रोबॉयोलॉजी, बीए-बीएड, बीएलएड, बीएलएड, बीपीटी, बीएमएलटी, बीएससी नर्सिंग एवं बीपीएड में अब 17 मार्च तक परीक्षा फॉर्म भरे जा सकेंगे।
सीसीएसयू में पहली बार तीन के बजाय दो पालियों में पेपर होंगे और यह अप्रैल में संपन्न हो जाएंगे। दो पाली में पेपर होने से कॉलेजों में सम सेमेस्टर की कक्षाएं जारी रहने की उम्मीद है। परीक्षा कार्यक्रम पहले ही वेबसाइट पर जारी हो चुका है और अभी इसमें कोई बदलाव नहीं है। छात्र विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट से तथ्यों का पता करते हुए ही कोई निर्णय लें। सीसीएसयू के अनुसार परीक्षा में डेढ़ सौ से अधिक केंद्र बनने की उम्मीद है।
अप्रैल में बीएड फाइनल के प्रैक्टिकल
मेरठ मंडल में संबंधित बीएड कॉलेजों में अंतिम वर्ष के प्रैक्टिकल अप्रैल के पहले हफ्ते में ही शुरू हो जाएंगे। विश्वविद्यालय इसी महीने बीएड अंतिम वर्ष के प्रैक्टिकल का कार्यक्रम जारी कर देगा। अधिकतम 15-20 दिनों में प्रैक्टिकल कराए जाएंगे। मई में बीएड की मुख्य परीक्षाएं शुरू होंगी। ऐसे में विश्वविद्याल एवं कॉलेजों ने प्रैक्टिकल कराने की प्रक्रिया आरंभ कर दी हैं। प्रैक्टिकल में 40 हजार से अधिक छात्र शामिल होंगे।