लखनऊ 08 जनवरी। उप्र सहकारी कताई मिल संघ की बंद पड़ीं 11 मिलों की सुरक्षा व रखरखाव के नाम पर 20 करोड़ रुपये का घोटाला कर दिया गया। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने मामले में विभाग के महाप्रबंधक एनके मिश्र और सचिव वीके मिश्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में 11 कताई मिलें वर्षों धूल खा रही हैं। अरबों की जमीन व संयंत्रों वाली इन मिलों के रखरखाव के लिए पिछले दस साल में 20 करोड़ रुपये शासन से लिए गए। एस्टीमेट महाप्रबंधक एनके मिश्र व सचिव वीके मिश्र ने भेजे। दोनों के खिलाफ अनियमितताओं के साथ रिश्वत की शिकायत पुलिस अधीक्षक उप्र सतर्कता अधिष्ठान लखनऊ से की गई।
इसकी जांच संयुक्त आयुक्त उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय ऋषि रंजन गोयल को दी गई थी। गोयल ने जांच के बाद दोनों अफसरों को अपने कार्यकाल के दौरान गंभीर अनियमितताओं व गबन का दोषी पाया। जांच व कार्रवाई से बचने के लिए दोनों ने दस्तावेज तक गायब कर दिए। जांच में पाया गया कि दोनों ने सुरक्षा एजेंसी व कर्मचारियों की संख्या के नाम पर जमकर फर्जीवाड़ा किया। इस पर उनके विरुद्ध एफआईआर की संस्तुति की गई थी। इसके आधार पर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।