मेरठ 06 फरवरी (प्र)। प्रदेश सरकार ने गर्मियों में बिजली कटौती से निजात दिलाने के लिए बजट में 2000 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। गर्मियों में बिजली की मांग बढ़ने के कारण पारेषण तंत्र की क्षमता भी बढ़ेगी। मेरठ में गर्मी के सीजन में 700 मेगावाट बिजली की खपत हो जाती है। जो सामान्य रूप में साढ़े पांच सौ मेगावाट के आसपास रहती है।
सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन देने से बिजली उत्पादन बढ़ेगा। इस अतिरिक्त बजट से अनुरक्षण कार्य में गति आएगी। किसानों को नलकूप चलाने के लिए निश्शुल्क बिजली दी जा रही है। मेरठ जोन टू में इस श्रेणी में आने वाले किसान लगभग 65,000 हैं। बजट में इसके लिए भी व्यवस्था की गई है।
उड़ान योजना के द्वितीय चरण में परतापुर स्थित डा. भीमराव आंबेडकर हवाई पट्टी का विस्तार प्रस्तावित है। इसके लिए 206 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की तैयारी शुरू कर दी गई है। अधिग्रहण पर 1,176 करोड़ रुपये खर्च होंगे और प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका है। सोमवार को प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट में हवाई पट्टियों के निर्माण, विस्तार, सुंदरीकरण व भूमि अर्जन के लिए 1,100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। ऐसे में परतापुर हवाई पट्टी के विस्तार की उम्मीद को और बल मिला है।
परतापुर स्थित हवाई पट्टी के विस्तार के साथ यहां परिसर में ही वेयर हाउस का निर्माण किया जाएगा। वेयर हाउस की मदद से पश्चिम उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से निर्यात व आयत होने वाले तैयार व कच्चे माल को विमानों द्वारा बाहर भेजे जाने की भी योजना है। उधर, राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकान्त बाजपेयी के प्रयासों के बाद परतापुर हवाई पट्टी से 72 सीटर विमान की उड़ान शुरू करने के लिए एएआइ (एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया) से सहमति प्राप्त हो चुकी है और दावा किया जा रहा है कि शीघ्र ही लाइसेंस से संबंधित प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।
औद्योगिक क्षेत्र उद्योगपुरम व परतापुर की सड़कें चमकेंगी, हाईमास्ट लाइट से उजाला होगा। ये सारे विकास कार्य अटल इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन योजना के तहत उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) कराएगा। इस पर 59.95 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सोमवार को जारी बजट में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली। यूपीसीडा के डीजीएम आरएस यादव ने बताया कि होली से पूर्व ही काम शुरू हो जाएगा।
औद्योगिक क्षेत्र परतापुर में सभी सड़क नई बनेंगी। उद्योगपुरम में सड़कों का जीर्णोद्धार होगा और पांच नई सड़क भी बनेंगी। जलभराव न हो, इसकी व्यवस्था भी की जाएगी। औद्योगिक क्षेत्र मे पेयजल आपूर्ति को टंकी बनेगी। क्षेत्र पर नजर रखने को कमांड कंट्रोल सेंटर, प्रशासनिक भवन भी बनेगा। औद्योगिक क्षेत्र उद्योगपुरम व परतापुर के अलग प्रवेश द्वार बनेंगे। प्रवेश द्वार की डिजाइन को स्वीकृति मिल चुकी है। शीघ्र ही निविदा आमंत्रित की जाएगी। इन औद्योगिक क्षेत्रों का कायाकल्प किया जाएगा।
अर्बन फ्लड स्टार्म वाटर ड्रेनेज स्कीम के अंतर्गत नगर निगम को पूरे शहर का एकीकृत सेटेलाइट सर्वे करवाना पड़ेगा। सर्वे के आधार पर पूरे शहर का ड्रेनेज प्लान बनेगा। डिजाइन बनेगी। इसके बाद भेजना होगा। प्लान शासन स्तर से स्वीकृत होने पर जरूरत के अनुसार धनराशि स्वीकृति की जाएगी।