मेरठ 11 अगस्त (प्र)। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार इस वर्ष 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। कई स्थानों पर मुख्य पर्व के बाद 6 दिनों तक स्थानीय स्तर पर मेले, झांकियां और शोभायात्राओं का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर मंदिरों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और कुछ घरों में विशेष झांकियां सजाई जाती हैं। साथ ही मेलों का आयोजन और शोभायात्राएं भी निकाली जाती हैं। यह त्योहार जनपदों में पुलिस लाइन, थाना और चौकियों पर भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। विगत वर्षों में हुई कुछ घटनाओं के कारण स्थानीय स्तर पर संवेदनशीलता उत्पन्न हो सकती है। इसलिए त्योहार के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में विवाद की संभावना को देखते हुए अत्यधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
मेरठ परिक्षेत्र में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए कुल 2685 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इनमें 6 अपर पुलिस अधीक्षक, 25 सीओ, 84 निरीक्षक, 581 उप-निरीक्षक, 797 मुख्य आरक्षी, 780 आरक्षी, 412 होमगार्ड/पीआरडी और 1 कंपनी पीएसी शामिल है।
परिक्षेत्र में कुल 93 शोभायात्राएं निकाली जाएंगी। जिनमें मेरठ में 14, बुलंदशहर में 28, बागपत में 27 और हापुड़ में 24 शोभायात्राएं प्रस्तावित हैं। मार्ग में 35 संवेदनशील स्थान चिन्हित किए गए हैं। इसके अलावा, परिक्षेत्र के 292 मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिनमें मेरठ में 181, बुलंदशहर में 41, बागपत में 30 और हापुड़ में 40 मंदिर शामिल हैं। साथ ही, 23 अन्य कार्यक्रम और भंडारे भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें मेरठ में 2, बुलंदशहर में 16, बागपत में 2 और हापुड़ में 3 कार्यक्रम प्रस्तावित हैं।
परिक्षेत्रीय जनपदो मे सक्रिय एन्टी रोमियो स्कवॉड- 83 जनपद मेरठ मे 32 बुलन्दशहर मे 28, बागपत मे 12 व हापुड़ मे 11 स्कवॉड सक्रिय हैं। परिक्षेत्र की सभी जनपदीय पुलिस द्वारा पीस कमेटी,धर्म गुरू,शांति समिति,संभ्रान्त व्यक्तियों के साथ 121 अन्य विभाग जैसे नगर निगम, स्वास्थय, विद्युत विभाग आदि के साथ 111 गोष्ठियां आयोजित कर ली गई हैं।
त्यौहार के सकुशल आयोजन एवं सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत व्यापक इन्तजाम करने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र श्री कलानिधि नैथानी महोदय द्वारा परिक्षेत्र के जनपद प्रभारियो को दिये गये आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। परम्परा से हटकर शोभायात्रा एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जाने को लेकर तथा विवादित स्थान पर झांकी लगाये जाने एवं जबरन चन्दा वसूली के कारण विवाद की स्थिती उत्पन्न हो जाती है इसका पूर्व से ही निराकरण करा लिया जाये । मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रो मे विशेष सतर्कता बरती जाये तथा पर्याप्त संख्या मे महिला और पुरुष पुलिसकर्मियो की डयूटी लगाएं ।
मटकी फोड़ कार्यक्रम के दृष्टिगत कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त संख्या मे पुलिसकर्मियो की डयूटी लगाई जाए तथा आयोजको से वार्ता कर सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय जैसे जाल लगाना आदि कराये जाये। शोभायात्रा के मार्ग में ढीले विद्युत तारों को विद्युत विभाग के सहयोग से सही करा लिया जाए। झांकियों को निकाले जाने वाले मार्गों का त्यौहार से पूर्व में ही थाना प्रभारियों और क्षेत्राधिकारियों द्वारा भ्रमण कर लिया जाये । यदि कोई विवाद सामने आता है तो उसका तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर तत्परता से निराकरण करा लिया जाये ।
स्थानीय स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों, झांकियों के निकट दूसरे धर्म के धार्मिक स्थलों को भी चिन्हित कर यदि कार्यक्रमों के सम्बन्ध में कोई विवाद या आपत्ति हो तो उसका पूर्व में ही निराकरण कर लिया जाये । आयोजकों से वार्ता कर सुनिश्चित किया जाये कि यथासम्भव प्रत्येक कार्यक्रम सीसीटीवी से आच्छादित हो और यदि कैमरे पूर्व से ही लगे हैं तो उनको चैक करा लिया जाये कि वह ठीक काम कर रहे हैं अथवा नहीं ।
उक्त त्यौहार के अवसर पर आयोजित सभी झांकियों, मेलों एवं अन्य कार्यक्रम की वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी करायी जाए। परम्परा से हट कर विवादित स्थान पर पूजा पण्डाल लगाये जाने एवं जबरन चन्दा वसूली के प्रकरणों पर विशेष सतर्क दृष्टि रखी जाए। अगर किसी प्रकार की सूचना प्राप्त होती है तो तत्परता से नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जाये।
कार्यक्रमों के मार्गों और स्थलों पर भी पर्याप्त संख्या में पुलिस बल एवं पिकेट आदि की व्यवस्था की जाए, ताकि मेले में आने जाने वाली महिलाओं के साथ छेड़छाड़, झपटमारी आदि की घटनाएं घटित न हो सके ।
साम्प्रदायिक सद्भाव को ठेस पहुंचाने वाले, अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निष्पक्ष रूप से वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये, ताकि उनको किसी प्रकार की घटना कारित करने का अवसर न मिल सके । सोशल मीडिया पर सतर्कता रखते हुये भ्रामक और आपत्तिजनक पोस्ट के संज्ञान में आते ही उसे ब्लॉक ( निषिद्ध) कराने डिलीट करने हेतु आवश्यक विधिक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाए।