Sunday, December 22

सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला फर्जी हवलदार पकड़ा, सेना की वर्दी-कार्ड बरामद

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मेरठ 20 सितंबर (प्र)। मेरठ एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस ने सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए ऐंठने वाले बड़े ठग अरविंद राणा को पकड़ा है। बदायूं निवासी अरविंद राणा खुद मर्चेंट नेवी से सफाईकर्मी की नौकरी छोड़कर आया है। इसके बाद बेरोजगारों को सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगता है। एसटीएफ ने आरोपी को मेरठ के मिलिट्री अस्पताल के पास से गुरुवार को अरेस्ट किया है। वहीं आरोपी के पास फर्जी आधार कार्ड, मिलिट्री कार्ड, ज्वाइनिंग लेटर सहित तमाम कागजात बरामद हुए हैं। आरोपी के खिलाफ सदर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह के मुताबिक बृहस्पतिवार को सूचना मिली कि मिलिट्री हॉस्पिटल मेरठ कैंट में अरविंद राणा फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आया है। इसकी तलाश में दबिश दी गई तो अरविंद को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। अरविंद ने बताया कि वह हाईस्कूल पास है और मर्चेंट नेवी में सफाईकर्मी के पद पर था। एसटीएफ ने बताया कि आरोपी वर्ष 2018 में मर्चेंट नेवी में मुम्बई में नौकरी करता था। वहां जहाज पलट जाने के कारण डर की वजह से नौकरी छोड़कर घर आ गया था। मर्चेंट नेवी में नौकरी छोड़कर आने के बाद इसकी मुलाकात मर्चेंट नेवी में साथ काम करने वाले सौरम निवासी बिजनौर से हुई थी।

सौरम ने जनपद हापुड़ के रहने वाले योगेश गौतम से मिलने को कहा और बताया कि वह तुम्हारी कहीं नौकरी लगवा देगा। कुछ दिन बाद आरोपी ने योगेश गौतम से मोबाइल पर बात कर उससे मुलाकात की तो योगेश गौतम ने उसकी बातचीत ग्राम लूम बागपत के रहने वाले अजय उर्फ गुरूजी व बिट्टू उर्फ पहलवान तथा विष्णु उर्फ बलराम से कराई। अजय उर्फ गुरूजी ने इससे कहा था कि तुम्हारी आर्मी में भर्ती के लिए उम्र निकल चुकी है। तुम हमारे साथ जुड़कर आर्मी में भर्ती कराने के लिए युवकों को लाकर दो, हम तुम्हें तुम्हारा हिस्सा देते रहेंगे। इसके बाद आर्मी में भर्ती के इच्छुक युवकों के साथ धोखाधड़ी कर पैसा कमाने के उद्देश्य से अन्य साथियों के साथ मिलकर अभ्यर्थियों के फर्जी मेडिकल बनवाए। उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उनसे 4 से 5 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी वसूले गए।

फर्जी नाम व पते से आर्मी का पहचान पत्र बनवाया और उसी फर्जी नाम व पते से आधार कार्ड व पैन कार्ड भी बनवाया। अलग-अलग जगह रुकने के लिए इन दस्तावेजों का प्रयोग किया गया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर करीब 40 अभ्यर्थियों का फर्जी मेडिकल बनाकर उनको फर्जी नियुक्ति पत्र दिए।
आरोपी से आर्मी का फर्जी आईकार्ड, दो अलग पतों वाला आधार कार्ड, अलग पते वाला पेन कार्ड, वोटर कार्ड, सेना का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, आर्मी कार्ड, कैंटीन कार्ड आदि बरामद हुए हैं।

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