Thursday, October 17

ट्रेडिशनल के साथ टेक्नोलाजी को जोड़कर अपराधियों की रीढ़ तोड़ेगी पुलिस: आइजी

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मेरठ 01 अक्टूबर (प्र)। पुलिस के लिए साइबर अपराध एक चुनौती के रूप में बढ़ता जा रहा है। आपराधिक वारदातों में भी बदमाश तकनीकी का प्रयोग कर रहे हैं। कानून व्यवस्था और अपराधिक घटनाओं के साथ साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की क्या कार्यप्रणाली है। लगातार बढ़ रहे हादसों को रोकने और यातायात व्यवस्था को सही दिशा में ले जाने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस समय त्योहार का सीजन है, बड़ी संख्या में लोग बाजारों में खरीदारी के लिए निकलेंगे। ऐसे में आमजन की सुरक्षा की योजना पर रेंज के आइजी नचिकेता झा ने बताया पारंपरिक और तकनीकी को एक साथ जोड़कर पुलिसिंग की जाएगी।

पिछले दस साल में हुई अपराधिक घटनाओं की समीक्षा चल रही है। जिस क्षेत्र में वारदातें ज्यादा हुई हैं, वहां चेकिंग प्लाइंट बनाए जाएंगे। मेरठ शहर में ऐसे 74 प्वाइंट चिह्नित किए गए, जहां पर घटना के बाद पुलिस चेकिंग कर बदमाशों की धरपकड़ करेगी। इंटेलीजेंस बेस आपरेशन भी किए जाएंगे। बाजार में पुलिस बढ़ाई जाएगी। सीसीटीवी के अलावा ड्रोन उड़ाकर संदिग्ध पर नजर रखी जाएगी। पब्लिक एड्रस महा सिस्टम का भी प्रयोग किया जाएगा। साइबर अपराध को रोकने के लिए इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले पुलिसकर्मियों की सूची तैयार की जा रही है। उन्हें साइबर अपराधी को खोजने की ट्रेनिंग दी जाएगी।

हादसे और जाम से बचने को पांच ई पर करेंगे काम
आइजी ने कहा कि हाईवे और मुख्य मार्गों से हादसों को रोकने और शहर के जाम से निपटने के लिए पांच ई योजना यानी अतिक्रमण, प्रचार और प्रसार, इमरजेंसी केयर सड़कों की इंजीनियरिंग और एनवायरनमेंट पर काम किया जाएगा। यातायात पुलिस के साथ सीओ और थाना प्रभारी भी जाम से निपटने के लिए काम करेंगे। विपरीत दिशा में चलने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए जा चुके हैं।

सीयूजी नंबर की खुद करेंगे समीक्षा
आइजी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और आमजन की मोबाइल काल सीयूजी नंबर पर रिसीव नहीं करने वाले पुलिसकर्मियों पर अब कार्रवाई होगी। आइजी आफिस से अज्ञात नंबर लगाकर खुद काल की जाएगी।

पुलिस की समीक्षा में घटा अपराध का ग्राफ
आइजी ने बताया कि 15 सितंबर, की समीक्षा के मुताबिक, गत वर्षों से अपराध में 20 से 25 प्रतिशत तक कमी दर्ज की गई है।
हालांकि साइबर अपराध में कुछ बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। जनपद में 13 करोड़ की रकम साइबर ठग उड़ा चुके हैं, लेकिन पुलिस ने करोड़ की रकम बैंक खातों में सीज भी करा दी है। मेरठ की बात करें तो 35 हजार से ज्यादा सीसीटीवी लग चुके है, जिनकी वजह से वारदातों पर भी रोक लगी है। वाहन चोरी की घटनाओं पर काम चल रहा है। रेंज में जहां जहां वाहन कटान हो रहा है। उक्त स्थानों को चिह्नित कर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई कर 14ए के तहत अवैध संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई कराएंगे।

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