मेरठ, 30 सितंबर (प्र)। रोहटा के आजमपुर गांव के लोगों के लिए डूंगर गांव की ट्रेनड्री का पानी मौत बनकर बह रहा है। केमिकल युक्त गंदे बदबूदार पानी से गांव में नहाने से लोगों का जीना मुहाल हो चला है। वहीं अभी तक इस जहरीले पानी की जद में आकर गांव के आठ लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं। इसे लेकर गांव में सन्नाटा पसरा हुआ, तो वहीं ट्रेनड्री के पानी लोगों के लिए अभिशाप बंद कर रह गया। इस बारे में लोग मांग कर थक चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर अब थक कर बैठ चुके हैं। गांव के लोगों ने बताया कि पास के गांव डूंगर में चर्म शोधन कारखाने से निकलने वाला गंदा बदबूदार युक्त पानी नाले के सारे होते हुए गांव के जंगल में फैल जाता है। जो खेतों और फसलों में फैलने के कारण जल स्तर तक पहुंच रहा है। जिससे खतरनाक केमिकल युक्त पानी पीने को लोग मजबूर है। इसकी जद में अगर गांव में कैंसर लीवर किडनी जैसी खतरनाक बीमारियों के पेट में लोग आ चुके हैं। ग्रामीणों की मान्यता पिछले 1 साल के भीतर गांव के आठ लोगों की गंदा खतरनाक पानी पीने से मौत भी हो चुकी है। इसे लेकर गांव में काफी सन्नाटा मातम पसरा हुआ है।
गांव के लोगों का कहना है कि छोटे बच्चों के लिए घातक सिद्ध हो रहे इस खतरनाक केमिकल लिफ्ट गंदे पानी से ही गांव का भविष्य बर्बाद हो रहा है। इस बारे में कई बार प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है। लेकिन कोई ठोस प्रबंध नहीं होने के कारण अभी भी डूंगर गांव की कि ट्राड्री का पानी लोगों के लिए अभिशाप बन रहा है। गांव के लोगों को कहना है कि शमशान घाट में तब्दील हो रहे गांव की कोई सुध लेने वाला नहीं है। ऐसे में लोग मत समय से पहले ही इसकी जद में आकर तिल करके मार रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग किया कि ट्रेडिंग के पानी की रोकथाम नहीं की गई, तो वह दिन दोनों में जब गांव में तब्दील हो जाएगा। लोगों में पानी के प्रति कदर खौफ है की नाटक बंद कर रखा है। फसलों में बुरी तरह से स्टार में भी इस खतरनाक करने के लिए पानी की मिलावट हो रही है। इससे यह जहरीला पानी अब लोगों के जानलेवा बन गया है।