मेरठ, 30 सितंबर (प्र)। एनएएस कॉलेज में मुस्लिम युवक साहिल के टोपी लगाकर कॉलेज आने उसके बाद कुछ युवकों द्वारा उससे मारपीट कर अभद्रता करने के मामले में उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग ने नाराजगी जताई है। आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने डीएम, एसएसपी से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही 4 अक्तूबर को सुनवाई बुलाई है। सुनवाई में कॉलेज प्राचार्य और सीओ दोनों को तलब किया है। बता दें कि मेरठ के एनएएस कॉलेज में साहिल अपनी बहन के साथ फीस जमा करने गया था। जहां टोपी लगाकर खड़े साहिल को कुछ लड़कों ने पीटा। ईंट उठाकर फेंकी। बाद में बहन ने उन युवकों को भगाया। पूरे मामले का सीसीटीवी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने कहा कि मीडिया के माध्यम से मेरठ के एनएएस कॉलेज का एक प्रकरण जानकारी में आया। कि कॉलेज में एक लड़का जो टोपी लगाए हुआ था, उस पर अन्य युवकों ने हमला कर दिया जबकि वो युवक उन्हें जानता भी नहीं हैं। उन लड़कों केवल धर्म के आधार पर उन लोगों ने युवक पर हमला किया। आख्या मांगी है जांच कर आख्या दें और सीओ उपस्थित हों, क्या एक्शन लिया है क्या जांच है यह जानकारी मांगी है। संविधान हमें धर्म की आजादी देता है। क्योंकि किसी को धर्म के आधार पर प्रताड़ित नहीं किया जा सकता, ये उसका उल्लंघन है। यूपी में योगी सरकार है किसी निर्दोष पर गलत एक्शन नहीं होने दिया जाएगा, आरोपियों को बचाया नहीं जाएगा।
वहीं इस मामले में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा यूपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य काजी शादाब का कहना है कि अल्पसंख्यक आयोग पूरे मामले में काफी नाराज है। आयोग अध्यक्ष की तरफ से रिपोर्ट तलब की गई है। डीएम, एसएसपी से जांच आख्या मांगी गई है।
इस पूरे मामले में 10 अज्ञात और 4 नामजद पर सिविल लाइन थाने में मुकदमा हुआ है। 4 नामजद में से पुलिस ने गुडडू नामक एक आरोपी को अरेस्ट किया है। जबकि 3 नामजद आरोपी अभी भी पुलिस की पहुंच से फरार हैं। एक आरोपी की सही पहचान भी नहीं हो पाई है। 10 अज्ञात युवक जिन पर मुकदमा लिखा गया है उनकी पहचान भी पुलिस नहीं कर पाई है। पूरी घटना का सीसीटीवी सामने होने के बावजूद पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। सीओ अरविंद चौरसिया का कहना है कि पूरे प्रकरण में एक आरोपी अरेस्ट हैं। अन्य की अरेस्टिंग के लिए लगातार टीमें लगी हुई हैं।