मेरठ 19 अक्टूबर (प्र)। मेरठ निवासी पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. मेराजुद्दीन अहमद ने शुक्रवार को गाजियाबाद में कांग्रेस द्वारा आयोजित संविधान बचाओ संकल्प सम्मेलन में अपने समर्थकों के साथ घर वापसी की। 24 सितंबर को उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) से इस्तीफा दिया था और अब कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अनिवाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की उपस्थिति में उनकी औपचारिक वापसी हुई।
रालोद छोड़ते वक्त कहा था कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं हो रही हैं मुस्लिमों के साथ भी कई घटनाएं हुई, लेकिन जयंत चौधरी खामोश हैं कुछ नहीं बोले। पार्टी अपने मिशन से भटक रही है इसलिए अब छोड़ रहे हैं। पार्टी छोड़ते वक्त डॉ. मैराजुद्दीन ने कहा था कि रालोद भी अब मुसलमानों की अनदेखी कर रही है। जबसे रालोद ने एनडीए से गठबंधन किया है उसकी दिशा, दशा में बदलाव आ गया है। ये किसानों, मजबूरों, मजलूमों की पार्टी नहीं रही। उनकी सुनवाई अब रालोद में नहीं हैं।
कहा कि जयंत चौधरी का बीजेपी के साथ जाने का फैसला गलत था और तभी से अंदर ही अंदर घुट रहा था। जयंत चौधरी कभी बोलना भी चाहते हैं तो बीजेपी टोक देती है, क्योंकि बीजेपी लाइन खींचकर पॉलीटिक्स करती है और इसी वजह से चीजे आरएलडी में बिगड़ भी रहीं हैं और बदल भी रहीं हैं. किसान, नौजवान, दलित, पिछड़े सभी जयंत चौधरी के बीजेपी के साथ जाने के फैसले से नाराज हैं।
डॉ. अहमद पहले भी कांग्रेस के सदस्य रह चुके हैं, और उनकी वापसी पर कांग्रेस के मेरठ, बागपत और आसपास के क्षेत्रों के नेताओं ने खुशी व्यक्त की। इन नेताओं ने कहा कि उनके कांग्रेस में लौटने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी को नई मजबूती मिलेगी। उनकी वापसी से पार्टी में नए ऊर्जा का संचार होगा और कांग्रेस को क्षेत्रीय स्तर पर एक मजबूत आधार मिलेगा।
कांग्रेस नेताओं ने किया स्वागत
डॉ. मेराजुद्दीन अहमद का कांग्रेस में स्वागत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल, आराधना मोना मिश्रा, सांसद तरुण पूनिया, पूर्व सांसद दानिश अली और पूर्व विधायक हरेंद्र अग्रवाल ने उन्हें पार्टी में शामिल किया। इस अवसर पर पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और समर्थक भी मौजूद रहे। डॉ. अहमद की घर वापसी को कांग्रेस के नेताओं ने एक सकारात्मक संकेत माना है।