Saturday, July 12

हिस्ट्रीशीटर रिंकू हत्याकांड में इंस्पेक्टर निलंबित, केस दर्ज

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मेरठ 26 अप्रैल (प्र)। हिस्ट्रीशीटर रिंकू हत्याकांड में इंस्पेक्टर जानी पर गाज गिरी है। डीआईजी के आदेश पर इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है और पूरे थाने पर जांच बैठाई गई है। रिंकू हत्याकांड और आजाद पर कातिलाना हमले को लेकर दो मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। मुकदमों की विवेचना भी डीआईजी ने क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर करा दी है और एसपी देहात को मॉनिटरिंग के लिए लगाया है। इसी मामले में पुलिस ने एक हत्यारोपी राहुल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया है। रिंकू के साथी सचिन से पूछताछ जारी है।

जानी थाने के हिस्ट्रीशीटर अपराधी रिंकू गुर्जर ने गुरुवार शाम को गांव में ही राहुल के घर पर अपने साथी सचिन निवासी हस्तिनापुर के साथ मिलकर हमला किया था। राहुल को रिंकू ने हत्या की धमकी देकर रंगदारी मांगी थी। गोलीबारी में राहुल के भाई आजाद को पैर में गोली लगी थी। राहुल और कुछ ग्रामीणों ने रिंकू को घेरकर उसे गोली मारकर हत्या कर दी। मामले में लापरवाही बरतने और 25 हजार के हिस्ट्रीशीटर अपराधी रिंकू की निगरानी नहीं करने पर इंस्पेक्टर जानी संजय कुमार पांडेय को निलंबित किया गया है। दूसरी ओर, घायल आजाद को अस्पताल भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को आजाद के बयान भी दर्ज कराए हैं।

गांव में हुआ अंतिम संस्कार
रिंकू गुर्जर का शव शुक्रवार शाम पोस्टमार्टम के बाद गांव लाया गया। वहां ग्रामीणों का तांता लग गया। पुलिस की मौजूदगी में आनन फानन में अंतिम संस्कार गांव स्थित खेत में कर दिया गया। रिंकू के बड़े भाई मिंटू ने चिंता को अग्नि दी।

इमरान के घर पुलिस तैनात
तीन माह पूर्व हुए डॉ इमरान हत्याकांड के बाद से दहशत में जी रहे उनके परिजनों ने रिंकू की हत्या के बाद राहत की सांस ली है। इमरान के घर पुलिस अभी तक तैनात था। 8 फरवरी की रात रिंकू गुर्जर ने डाक्टर इमरान, सलमान और चचेरे भाई जावेद पर गोली चला दी थी। इमरान की मौत हो गई थी।

इंस्पेक्टर जानी और पुलिस पर इसलिए कसा शिकंजा
25 हजार रुपये का इनामी अपराधी हिस्ट्रीशीटर रिंकू इलाके में पिछले सात दिन से सक्रिय था। इस संबंध में चौकी पुलिस और थाने पर सूचना दी गई थी। लेकिन इंस्पेक्टर ने आरोपी की धरपकड़ के लिए कोई टीम नहीं बनाई। रिंकू लोगों को धमकी दे रहा था, इसके बावजूद पुलिस उसे पकड़ने में फेल रही।

मामले में दो मुकदमे दर्ज कराए गए
एसपी देहात डॉ. राकेश कुमार मिश्रा का कहना है कि पहला मुकदमा अपराध संख्या 190/2025 कृपाल सिंह की तहरीर पर रिंकू और अन्य के खिलाफ दर्ज कराया गया है। इसमें कातिलाना हमले की धारा लगाई गई है। वहीं, जानी थाने में रिंकू की हत्या को लेकर दूसरा मुकदमा गांव के चौकीदार अनीस की तहरीर पर कराया गया है। अनीस ने राहुल और अज्ञात लोगों पर रिंकू की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
घटना को लेकर दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। दोनों की जांच क्राइम ब्रांच ट्रांसफर कर दी गई है। पुलिस ने राहुल को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इंस्पेक्टर जानी संजय कुमार पांडेय को निलंबित किया गया है। रिंकू को छह गोलियां मारने की पुष्टि पोस्टमार्टम में हुई है।

राजे की पत्नी बोलीं, 11 साल बाद मिला इंसाफ
पांचली खुर्द के परिवार को भी 11 साल बाद पिता-पुत्र के हत्याकांड के आरोपी रिंकू गुर्जर के आतंक से मुक्ति मिल गई। सात नवंबर 2014 की रात खेत पर सिंचाई करने गए राजे और उसके बेटे हरिकृष्ण की मामूली विवाद के चलते गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में रिंकू दस साल की सजा काटकर आया था। गांव निवासी राजे की पत्नी कमला देवी ने बताया कि 11 साल बाद उनके पति और बेटे की आत्मा को शांति मिली है।

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