Thursday, July 31

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की भावनाओं के तहत नागरिकों की समस्या के समाधान करने में असफल जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से

Pinterest LinkedIn Tumblr +

पीएम से लेकर सभी सीएम तक जनसमस्याओं के समाधान के लिए बजट और सुविधाएं देने के साथ अफसरों व कर्मचारियों की तैनाती जिलों में किए हुए है फिर भी मिलने वाली शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करते हैं। पढ़ने सुनने को मिलता है कि नागरिकों की परेशानी को हल करने के लिए इनके द्वारा पूरा प्रयास किया जाता है फिर भी विपक्ष के नेता और नागरिक आलोचना करने के साथ इनके इस्तीफे मांग लेते हैं। आजकल अपने शहर में अव्यवस्थाओं जलभराव गौवंश का मुददा पानी की पूर्ति सरकारी कार्यालयों में होने वाले घपलों के बारे में आज नागरिकों में जो चर्चा सुनाई दी उससे यह लगता है कि जल्दी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो पीएम और सीएम की भावनाओं के अनुकूल व्यवस्थाओं को लागू कराने के लिए कुछ जनप्रतिनिधियों और अफसरों से नागरिक इस्तीफे की मांग भी कर सकते हैं। बीते दिवस एक महिला द्वारा एक इंजीनियर को दी गई चूड़ियां की घटना को देखा जा सकता है। अगर ऐसे मामलों में सुधार नहीं हुआ तो नगर निगम के जनप्रतिधि और नगरायुक्त से नागरिकों की समस्या का समाधान बजट का सही उपयोग ना करने और घपले के दोषियों को सजा ना देने के लिए ऐसा ही चलता रहा तो नागरिक इनसे इस्तीफे की मांग करने के साथ मंत्री और अफसरों को अवगत करा सकते हैं।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)

Share.

About Author

Leave A Reply