Monday, August 11

राम मंदिर भूमि पूजन की पांचवीं वर्षगांठ पर रिलीज हुई फिल्म ‘695 : द अयोध्या’

Pinterest LinkedIn Tumblr +

अयोध्या 06 अगस्त। 5 अगस्त 2020 के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास किया था। इस दिन की यादगार में आज यानी 5 अगस्त 2025 को श्रीराम मंदिर पर आधारित विशेष फिल्म का शो हुआ। अरुण गोविल अभिनीत इस फिल्म को साधु-संतों सहित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा ने भी देखा।

इसके बाद चपंत राय ने कहा कि यह फिल्म राम जन्मभूमि मंदिर के 500 वर्षों के संघर्ष पर आधारित है। इसमें रामलला की मूर्ति प्रकट, राम मंदिर आंदोलन से लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के साथ राम जन्मभूमि मंदिर की भूमि पूजन आधारशिला तक का इतिहास का प्रदर्शन किया गया है।

इस फिल्म का नाम 6 दिसंबर विवादित ढांचा गिराने की तारीख, 9 नवंबर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय, 5 अगस्त राम मंदिर की भूमि पूजन कार्यक्रम के आधार पर 695 रखा गया है। इस फिल्म में कई सुप्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों ने अभिनय किया है।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि- इसमें सभी विषयों को रखा गया है। थोड़ा काल्पनिक है, लेकिन इतिहास को दर्शाया गया है। फिल्म देखते समय थिएटर में साधु-संतों ने कई सीन पर ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए।

इस दौरान महंत कमलनयन दास (मणिराम दास छावनी उत्तराधिकारी), जगदगुरु रामदिनेशाचार्य, जगदगुरु रामानुजाचार्य श्रीधराचार्य, महंत वैदेही वल्लभ शरण, महंत रामशरण दास, महंत गिरीश दास, महंत मुनीष दास, महंत शशिकांत दास, महंत राजीव लोचन शरण, महंत ज्ञानी गुरुजीत सिंह, महंत धर्मदास आदि शामिल रहे।

कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर शर्मा, केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी, मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, महंत दिनेंद्र दास, और अन्य जनप्रतिनिधिगण भी विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।

फिल्म में अभिनेता अरुण गोविल ने बाबा अभिराम दास की भूमिका निभाई है. वर्ष 1949 में बाबरी मस्जिद में रामलला का प्राकट्य हुआ था और बाबा अभिरामदास ही सबसे पहले हिंदू पक्ष का केस जिला न्यायालय लेकर गए थे. 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन हुआ था, इसलिए अयोध्या में इसी तारीख को फिल्म रिलीज की गई.

फिल्म निर्माता श्याम चावला ने बताया कि सनातन धर्म की इतनी बड़ी घटना को बॉलीवुड ने जिस तरह से नजरअंदाज किया, उससे हम छत्तीसगढ़ के युवाओं में विचार जागा कि क्यों ना हम लोग राम मंदिर के संघर्ष के ऐतिहासिक क्षणों और निर्माण पर एक फिल्म बनाएं, हमारा उत्साह काम आया और फिल्म ने आकर ले ली. जिसको आज अयोध्या स्थित ढिशुम सिनेमा हॉल में रिलीज किया गया.

Share.

About Author

Leave A Reply