मेरठ 06 अगस्त (प्र)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा व समीक्षा बैठक के बाद यह खुशखबर सामने आई है कि शहर की अधूरी रिंग रोड को पूर्ण करने के लिए मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दे दी है।
जो रिंग रोड डेढ़ दशक से गोल-गाेल घूम रही थी उसे तो बनाएंगे ही साथ ही जिस रिंग रोड की चर्चा समाप्त हो चुकी थी उसे भी पूरा करेंगे। यानी अब रिंग रोड के बचे हुए दो हिस्से पूरे कर लिए जाएंगे जिससे पूरे शहर को एक इनर रिंग रोड मिल जाएगी। इससे बाहर के वाहन शहर के अंदर आने के बजाय बाहर से ही निकल जाएंगे।
रिंग रोड का पहला हिस्सा हापुड़ रोड से जुर्रानपुर रेलवे लाइन, दिल्ली रोड होते हुए दिल्ली-दून बाईपास तक बनेगा। इसे नार्थ रिंग रोड नाम दिया गया है। इसका शिलान्यास वैसे तो 2011 में हुआ था और जुर्रानपुर रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज भी बना दिया गया था लेकिन उसके बाद कोई काम नहीं हुआ।
रिंग रोड के लिए जमीन नहीं खरीदी गई यहां तक कि ओवरब्रिज के लिए एप्रोच रोड भी नहीं बनाई गई।हालांकि अब यह बनाई जाएगी। इस रिंग रोड के लिए मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) लगभग 15 हेक्टेयर जमीन खरीदेगा। जमीन खरीद पर कुल 162 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इसके लिए 100 करोड़ रुपये मेडा ने आरक्षित कर रखे हैं जबकि 62 करोड़ रुपये शासन से मिलेंगे। शासन से अभी यह धनराशि नहीं मिल पाई है इसलिए मेडा ने बैनामा नहीं शुरू किया है। वहीं निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी करेगा। इसमें नाले, दो फ्लाईओवर भी शामिल हैं।
लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हालांकि आश्वासन मिला तो सभी कार्य गति पकड़ लेंगे। इसके बन जाने से बिजली बंबाबाईपास पर कई घंटे तक जाम में फंसने के बजाय सीधे निकल जाएंगे। बागपत रोड के वाहन आसानी से हापुड़ रोड पहुंच जाएंगे।
अब बात उस हिस्से की जो गढ़ रोड से सीधे रुड़की रोड पर जटौली के पास जोड़ देगा। इसे आबूनाला की पटरी पर बनाया जाएगा। इसके लिए जमीन नहीं खरीदी जाएगी इसलिए सिर्फ 96 करोड़ रुपये खर्च हाेंगे। यदि यह सड़क बन गई तो हरिद्वार, मुजफ्फरनगर की तरह के वाहनों को मवाना रोड, किला रोड या गढ़ रोड जाने के लिए शहर के अंदर की सड़क पर आने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा।
वे नाला पटरी से आ सकेंगे। इसी तरह से गढ़ रोड व हापुड़ रोड के लोगों को किला रोड व मवाना रोड पर जाने में आसानी हो जाएगी। इन दोनों हिस्सों से ही पूरे शहर को इनर रिंग रोड मिल जाएगी। दरअसल, रिंग रोड का हिस्सा लोहियानगर व जागृति विहार में बना हुआ है।
गढ़ रोड से किला रोड तक इसका हिस्सा नहीं बना है जोकि अब बन जाएगा। किला रोड से मवाना रोड तक इसका हिस्सा पहले से बना है। अब मवाना रोड से नाला पटरी पर होते हुए जटौली तक बन जाएगी। मोदीपुरम से परतापुर तक जो बाईपास है उसे भी रिंग रोड का हिस्सा माना गया है। इस तरह से रिंग रोड आकार ले लेगी।