मेरठ 19 सितंबर (प्र)। रैपिड मेट्रो की रफ्तार के साथ अब शहर के अंदर का रोड नेटवर्क बंगलूर-पुणे जैसे शहरों जैसा होगा। सीएम ग्रिड योजन से बनाई जा रहीं स्मार्ट सड़कों पर ऐसे पैनिक बटन लगाए जाएंगे जिनको आपातकाल में दबने पर चंद मिनट में पुलिस सहायता और एंबुलेंस उपलब्ध हो जाएगी। बटन दबाने पर जरूरतमंद की जीपीएस केशन के साथ संबंधित विभागों के कंट्रोल रूम में अलर्ट हो जाएगा ह घटन स्मार्ट रोड के प्रतीक्षालयों के पास और चौराहों के पोल पर लगाए जाएंगे। वह मेरठ को स्मार्ट सिटी बनाने के साथ-साथ सेफ सिटी के रूप में भी विकसित करने की योजना है। नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि शहरवासियों को इससे सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं, चोरी या छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में तुरंत मदद मिल सकेगी।
नगर निगम ने मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट अर्बन स्कीम के तहत लगभग 392 करोड़ से शहर की 12 सड़कों को स्मार्ट रोड बनाने का खाका खींचा है। कुल 16.63 किमी. का रोड नेटवर्क इस योजना में है। दिसंबर 2026 तक निर्माण कार्य पूरा होना है। इन सड़कों पर बिजली के तार और खुले नाले नजर नहीं आएंगे। लगभग 15 महीने बाद इन सड़कों की सूरत बदल जाएगी। बेगमपुल से बच्चा पार्क तक बच्चा पार्क से गांधी आश्रम तक और तेजगढ़ी चौराहे तक चैड़ी सड़क होगी। भीड़भाड़ से घिरे जेलगी चौराहे से तेजगढ़ी चौराहे के बीच सर छोटू राम इंजीनियरिंग कालेज “चौधरी चरण सिंह और विश्वविद्यालय के आसपस फुटपाथ, ग्रीन बेल्ट और बैठने के लिए बॅच पड़ी मिलेगी।
वाहन पार्किंग के लिए जगह होगी मेरठ बाईपास से कंकरखेड़ा के फ्लाई ओवर की तरफ बड़ेंगे तो सड़क किनारे गंदगी से भरी साइड पटरी नहीं फुटपाथ और ग्रीन बेस्ट नजर आएगी गढ़ रोड से रंगोली मंडप होकर हापुद रोड तक और शास्त्रीनगर नई सड़क भोलेश्वर मंदिर से सेंट्रल मार्केट तक वाहनों के साथ पैदल नहीं चलना पड़ेगा चौड़ी सड़क के साथ फुटपाथ होगा। मेट्रो प्लाजा के सामने अंबेडकर चौराहे से गौरीपुरा पुलिस चौकी होते हुए दिल्ली मुंगी तक शारदा रोड की चौड़ाई पढ़ने से यातायात सुगम होगा ट्रांसपोर्ट नगर की मुख्य सड़क पर धूल के गुबार और कूड़े गोबर की गंदगी नहीं फुटपाथ के साथ चौड़ी सड़क होगी। खैरनगर चैराहे से जैसे ही बच्चा पार्क चौराहे पर पहुंचेंगे सामने कमिश्नरी चौक तक ग्रीन बेल्ट के साथ चंही सहक दिखेगी। सर्किट उस से गांधी आश्रम चैराहा और कमिश्नरी आवास तक की रोड तरी भरी और डिवाइडर वाली हो जाएगी।
12 सड़कों पर कितना होगा खर्च
- 38.76 करोड़ से गढ़ रोड से रंगोली मंडप होते हुए हापुड़ रोड तक ।
- 20.42 करोड़ से कमिश्नरी आवास चैराहे से सर्किट हाउस चौराहे तक।
- 29.32 करोड़ से सर्किट हाउस चौराहे से गांधी आश्रम चौराहे तक।
- 20.22 करोड़ से अंबेडकर तिराहा मैट्रो प्लाजा के सामने से शारदा रोड दिल्ली चुंगी तक।
- 33.33 करोड़ से ट्रांसपोर्ट नगर से बागपत रोड होते हुए दिल्ली रोड तक ।
- 27.71 करोड़ से कमिश्नरी चौराहा से बच्चा पार्क चौराहे तक।
- 23.11 करोड़ से नई सड़क भोलेश्वर मंदिर से पीवीएस रोड तक।
- 45 करोड़ से जेलचुगी चौराहे से तेजगढ़ चैराहे तक।
- 40 करोड़ से गांधी आश्रम से हापुड़ अड्ड होते हुए बच्च पार्क तक।
- 29 करोड़ से बेगमपुल से बच्चा पार्क चौराहे तक।
- 38 करोड़ से कंकरखेड़ पलाई ओवर से मेरठ तक।
- 47 करोड़ से गढ़ रोड पर गांधी आश्रम चौराहे से तेजगढ़ी चौराहे तक।
स्मार्ट रोड में ये होगा खास
- सभी सड़कों के किनारे पैदल चलने के लिए फुटपाथ बनेगे।
- बीच-बीच में कार पहिया व दो पहिया वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान तय होगा।
- बिजली की लाइनों को भूमिगत किया जाएगा। ट्रांसफार्मर फैल पर शिफ्ट होगे।
- सड़कों के किनारे दो तरह की कवर्ड जल निकासी होगी।
- एक कवर्ड नाले से घरों दुधनों की जल निकासी जुड़ेगी।
- दूसरे कचड़े नाले से सड़क का बरसाती पानी कहेगा।
- यत्री प्रतीक्षालय बैठने के लिए फुटपाथ पर बैंच होगे।
मुख्य अभियंता नगर निगम प्रमोद कुमार सिंह का कहना है कि कुल 12 सड़कों में से छह के लिए छह सड़कों के टेंडर फाइनल हो गए हैं। गांधी आश्रम से तेजगढ़ी तक पहले से काम चल रहा है। पांच सड़को पर नवरात्र से काम शुरू हो जाएगा। शारदा रोड और नई सड़क भोलेश्वर मंदिर की रोड के टेंडर 25 सितंबर तक खुल जाएंगे। इसके अलावा चार सड़को के टेंडर भी जल्द किए जाएंगे।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि बंगलूरु-पुणे की तरह मेरठ का रोड नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। डे साल बाद लोगों का स्मार्ट रोड पर चलने का सपना पूरा होगा। कमिश्नर ने तेजी के साथ सीएम ग्रिड योजना की सड़को का निर्माण कराने का निर्देश दिया है। हर हाल में दी गई अवधि पर तैयार करना है। पैनिक बटन आपातकाल में मदद के लिए लगाए जाएंगे।
