Tuesday, October 14

मुख्यमंत्री जी दें ध्यान! आवास विकास मेरठ के क्षेत्र में आई अवैध निर्माण की बाढ़, मुख्यअभियंता राजीव कुमार की मिलीभगत से रिहायशी प्लॉट पर बन गया जैना ज्वैलर्स का भव्य व्यवसायिक शोरूम, कैसे पास हुए दो नक्शे और दस दिन में बन गई बिल्डिंग

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मेरठ 06 अक्टूबर (दैनिक केसर खुशबू टाइम्स)। अवैध निर्माण व रिहायशी भूमि पर कर्मशियल कॉम्पलैक्स बनाने के मामले में अगर किसी को सरकारी निर्माण नीति और माननीय मुख्यमंत्री जी के इस संदर्भ में जारी आदेशों का उल्लंघन करने हेतु सम्मानित किया जा सकता हो तो नागरिकों के अनुसार आवास विकास के वर्तमान मुख्य अभियंता राजीव कुमार को यह सम्मान सबसे पहले मिलना चाहिए।

क्योंकि छोटे छोटे स्कूलों और गरीब आदमी द्वारा परिवार की गुजर बसर के लिए किये जाने वाले निर्माणों को अवैध बताकर तुड़वाने तथा पिछले दिनों मंगलपांड़े नगर स्थित भूखण्ड संख्या 237 और 349 पर हो रहे निर्माण को मानचित्र के विपरित एवं दो प्लॉट मिलाकर बनाने के नाम पर आवास विकास के तीसमारखाओं ने सील कर दिया। ऐसा करने वालों में सहायक अभियंता दीपक कुमार अवर अभियंता कुशाल सिंह आदि सहित कई अधिकारी व कर्मचारी इस अभियान में शामिल रहे और बड़ी गर्मजोशी से सील लगाने का दावा करते हुए अपनी फोटो व समाचार प्रकाशित कराया।

इनका कहना है कि सील पट्टीका उखाड़ दी गई कार्रवाई होगी। सवाल यह उठता है कि आवास विकास के मुख्य अभियंता राजीव कुमार और उनके सहयोगियों द्वारा अपने क्षेत्र में सरकार के नियमों का पालन ना कराकर अपनी कोई पैरलर निर्माण नीति तैयार की गई है जो भी हो सील की खबर पढ़कर नागरिकों का कहना था कि सरकार को इन्हें तुरंत संस्पेंड कर इनके व इनके सहयोगियों की अवैध निर्माण कराने के मामलों को लेकर जांच कराकर कार्रवाई कराई जानी चाहिए।

ऐसा कहने वालों का मानना है कि सेन्ट्रल मार्केट में रिहायशी प्लॉट पर बन रहे जैना ज्वैलर्स के कर्मशियल शोरूम और वो भी मानचित्र के बिलकुल विपरित निर्माण को लेकर तमाम समाचार पत्रों में बीते सालभर तक खबर छपी तब एक अभियंता का कहना था कि उसने इस जैना ज्वैलर्स के निर्माण पर सील लगाने आदि की कार्रवाई की है लेकिन मुख्य अभियंता राजीव कुमार द्वारा उसे रूकवा दिया गया। जिससे यह तो स्पष्ट है कि इस निर्माण के बारे में पूरी जानकारी विभाग के सभी अधिकारियों को पहले से थी।

बताते है कि फार्म हाउस के नाम पर उक्त प्लॉट अलाट किया गया था जिस पर व्यवसायी उपयोग प्रतिबंधित था के बावजूद प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी द्वारा इसका उद्घाटन किया गया। जिसके पूरे पूरे पृष्ठ के विज्ञापन और सोशल मीडिया पर खबरें खूब चली। अब इस मामले में अपने विरूद्ध होने वाली कार्रवाई से बचने में खेल करते हुए अपर अभियंता ने नोटिस दिये है। सवाल यह उठते है कि आखिर वो किसे गुमराह कर रहे है अपने उच्च अधिकारियों व सरकार या माननीय मुख्यमंत्री को यह भी देखा जाना चाहिए। बताते है कि पूरी तौर पर बन गई बिल्डिंग के दो मानचित्र पास हुए एक प्रदीप अग्रवाल के नाम पर दूसरा रोहित जैन पुत्र नवीन चंद जैन के नाम पर लगभग 10 दिन में दूसरा मानचित्र। बताते है कि 12 सितंबर 2025 को पास हुआ और 21 सितंबर को दिये गये नोटिस से पता चलता है कि आवास विकास के हिसाब से यह भव्य अवैध कर्मशियल निर्माण रिहायशी प्लॉट पर बनकर तैयार हो गया। जाने माने आईटीआई कार्यकर्ता लोकेश खुराना के द्वारा इस संदर्भ में इलाहाबाद प्रयागराज हाईकोर्ट में भी मामला ले जाया गया है। तो यह तो पक्का है कि देर सवेर जैना ज्वैलर्स और आवास विकास के मुख्य अभियंता राजीव कुमार व अन्यों के खिलाफ कार्रवाई होना पूरी तौर पर सुनिश्चित है।

बताते है कि नोटिस में देरी और अभियंता की रिपोर्ट पर सील की कार्रवाई समय से ना किये जाने के मामले में विभाग की असफलता और अधिकारियों की मिलीभगत पूरी तौर पर स्पष्ट होती है। क्योंकि जितने उच्च स्तर पर राजीव कुमार की देखरेख में सरकार की निर्माण नीति और माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशों का उल्लंघन हुआ है वो अपने आप में अभूतपूर्व है। अब बीती 23 सितंबर को नोटिस देकर 15 दिन में अवैध निर्माण हटाने के आदेश दिये गये है। कोई भी समझदार व्यक्ति यह जान सकता है कि यह सब जैना ज्वैलर्स के निर्माण को बचाने और सरकार को सेन्ट्रल मार्केट जैसे मामलों में विवादों में फंसाने का खेल राजीव कुमार की सह पर चल रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी व अन्य संबंधित मंत्रालय व उच्च अधिकारी दें ध्यान। जानकारों का कहना है कि आवास विकास के अधिकारियों की सय पर हो रहा अवैध निर्माणों का खेल जागृति विहार माधवपुरम शास्त्रीनगर सहित इसकी सभी कालोनियों में देखा जा सकता है तथा सेन्ट्रल मार्केट में जैना ज्वैलर्स आईटीओ रोड पर सुपर ब्रेकर तथा चाणक्य पुरी में गेट से थोड़ा आगे चलकर आवासीय प्लॉट पर बनी दुकानें व मार्केट को देखा जा सकता है।

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