मेरठ 20 दिसंबर (प्र)। भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में चल रहे धरने के पांचवें दिन शुक्रवार को किसान गन्ना भवन की छत पर चढ़ गए। किसानों ने छत पर ही प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान दो किसानों ने अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन किया और दीवार पर चढ़ गए। पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाकर दीवार से उतारा। इसके बाद किसान सर्द हवा में ही छत पर धरने पर बैठ गए। किसानों ने गन्ना भवन में उप गन्ना आयुक्त, सहायक चीनी आयुक्त, जिला गन्ना अधिकारी समेत सभी कार्यालयों पर ताला डाल दिया। विभाग को कोई अधिकारी या कर्मचारी भी कार्यालय में नहीं पहुंंचा।
भाड़ा घटाने और हाड़ा बढ़ाए जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में बीते सोमवार को किसानों ने गन्ना भवन में धरना शुरू किया गया था। शीतलहर और कोहरे के बीच किसान लगातार पांच दिन से धरने पर डटे हैं। रात में वहीं पर गद्दा डालकर सो रहे हैं। दिन में अधिकारी सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन देते हैं लेकिन शाम होते-होते वार्ता विफल हो जाती है। उधर किसान भी बिना मांग पूरी हुए उठने को तैयार नहीं है। किसानों ने 21 दिसंबर को महापंचायत तक का एलान कर दिया है।
बीते शुक्रवार को धरने की अध्यक्षता कर रहे 75 वर्षीय बुजुर्ग किसान इंद्रपाल मलिक और किसान जसबीर गन्ना विभाग के अधिकारियों के रवैये से क्षुब्ध होकर गन्ना भवन की तीसरी मंजिल पर चढ़ गए। इस बीच दो किसानों ने कपड़े उतार दिए और दीवार पर चढ़कर बैठ गए। जिलाध्यक्ष समेत कई लोगों ने उन्हें समझाकर कपड़े पहनाएं। इसके बाद सभी किसान छत पर ही धरने पर बैठ गए। यहां एसीएम मृदुला, सीओ सिविल लाइन अभिषेक ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। किसानों ने जिलाधिकारी और गन्ना विभाग के खिलाफ खूब नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि गन्ना विभाग के अधिकारी सक्षम नहीं हैं। वह गन्ने की प्रजाति की पहचान तक नहीं कर पा रहे हैं तो किसानों की समस्या क्या जानेंगे। वहीं इस मौके पर धरनास्थल पर पहुंचे सहायक निबंधक सहकारिता ने सहकारी समिति की पिछले वर्ष की सब्सिडी दिलाने की हामी भरी।
भट्ठी चलती रही और बीन बजती रही
शुक्रवार को धरना स्थल पर किसानों ने बीन बजाकर समय काटा। इस दौरान एक ओर संगीत चलता रहा तो दूसरी ओर भट्ठी पर कढ़ाई चढ़ाकर पूरी सब्जी बनाई गई। दोपहर में दाल चावल और खीर भी बनाई गई। इस दौरा मेजर चिंदौड़ी, हर्ष चहल, हापुड़ जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा, अनूप यादव, मोनू, बबलू, देशपाल, विनोद, वीरेंद्र, कृष्णपाल, धीरज राठी, रामकुमार समेत 300 से अधिक किसान धरनास्थल पर मौजूद रहे।
