मेरठ 23 दिसंबर (प्र)। लोहियानगर थाना क्षेत्र में हनी ट्रैप का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। प्रेम जाल में फंसाकर पशु व्यापारी को बंधक बनाने और उससे 10 लाख रुपये की फिरौती मांगने के आरोप में पुलिस ने एक युवती और उसके भाई को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से तीन बंधकों को मुक्त कराया, जबकि मकान मालिक समेत तीन आरोपी फरार हो गए। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।
हापुड़ के पिलखुवा निवासी पशु व्यापारी शान (बदला हुआ नाम) को सरधना क्षेत्र की युवती शशि ने अपने प्रेम जाल में फंसाया। बताया जा रहा है कि करीब सात दिन पहले शान के मोबाइल पर शशि की मिस्ड कॉल आई थी। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ती चली गईं। युवती ने खुद को ग्वालीखेड़ा (सरधना) निवासी बताते हुए व्यापारी का भरोसा जीत लिया।
पुलिस के अनुसार, सोमवार को शशि ने व्यापारी शान को मिलने के लिए मेरठ के लोहियानगर थाना क्षेत्र स्थित काजीपुर इलाके में बुलाया। युवती ने उसे हिस्ट्रीशीटर सागर भारती के मकान पर आने को कहा। व्यापारी जब अपने दो दोस्तों के साथ बताए गए पते पर पहुंचा, तो वहां पहले से ही शशि का भाई अंकित, मकान मालिक सागर भारती और उनके अन्य साथी मौजूद थे।
आरोप है कि जैसे ही व्यापारी मकान के अंदर पहुंचा, युवती के इशारे पर सभी आरोपियों ने उसे और उसके साथ आए दोनों दोस्तों को बंधक बना लिया। तीनों के मोबाइल फोन छीन लिए गए और उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया। इसके बाद आरोपियों ने व्यापारी से रिहाई के बदले 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। आरोपियों ने धमकी दी कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
बंधक बनाए जाने के दौरान शोर-शराबा होने पर आसपास के लोगों को शक हुआ। किसी ने तत्काल लोहियानगर पुलिस को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मकान पर छापा मारा। पुलिस को देखकर आरोपी घबरा गए। छापेमारी के दौरान पुलिस ने पशु व्यापारी और उसके दोनों दोस्तों को सुरक्षित मुक्त करा लिया।
पुलिस ने मौके से युवती शशि और उसके भाई अंकित को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, मकान मालिक सागर भारती और उसके तीन साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण, अवैध हिरासत, फिरौती मांगने और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है। गिरोह के पुराने आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है ताकि पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके।
