नई दिल्ली 02 नवंबर। हर दिन देश में होने वाले सड़क हादसों में लोगों की मौत होती है। कभी तेज रफ्तार, कभी हेलमेट लगाना तो कभी शराब पीकर गाड़ी चलाना इसकी वजह बनते हैं। देशभर में होने वाले सड़क हादसों पर सरकार की रिपोर्ट आई है। यह रिपोर्ट चौंकाने वाली तो है ही साथ ही डराने वाली भी है। देशभर में रफ्तार का कहर कम होता नहीं देख रहा। इसकी गवाही ये आंकड़े दे रहे हैं। सड़क दुर्घटनाओं में हर साल लाखों लोग काल के गाल में समा जा रहे हैं। यह रिपोर्ट सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने जारी की है।
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल यानी साल 2022 में भारत में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिसमें 1,68,491 लोगों की मौत हुई और 4,43,366 लोग घायल हो गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिसमें 19 लोगों की जान चली गई। 23.1 प्रतिशत सड़क हादसे स्टेट हाईवे जबकि 43.9 प्रतिशत हादसे अन्य सड़कों पर हुए।
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 सालों से सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। यूपी में 2018 से लेकर 2022 तक हुई सड़क दुर्घटनाओं में कुल 1,07,822 मौतें हुईं। प्रदेश में 2018 में सड़क हादसों में 22,256 मौतें हुईं, 2019 में 22,655 मौतें हुईं, 2020 में 19,149 मौतें हुईं, 2021 में 21,227 मौतें हुईं और 2022 में 22,595 मौतें हुईं।
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 2022 में तमिलनाडु राज्य में सबसे ज्यादा 64,105 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, इसके बाद मध्य प्रदेश में 53,432 सड़क हादसे हुए, केरल में 43,910 सड़क हादसे हुए, उत्तर प्रदेश में 41,746 सड़क हादसे हुए, कर्नाटक में 39762 सड़क हादसे हुए, महाराष्ट्र में 33,383 सड़क हादसे हुए, राजस्थान में 23,614 हादसे हुए, तेलंगाना में 21,619 हादसे, आंध्र प्रदेश में 21,249 हादसे तो वहीं गुजरात में 15,751 सड़क हादसे हुए।