मेरठ, 10 नवंबर (प्र)। न्यूटिमा अस्पताल में बिल कम कराने को लेकर हुए हंगामे की जंग बढ़ती जा रही है। अस्पताल में हंगामा करने पर सपा विधायक अतुल प्रधान सहित 40 अज्ञात पर विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। मुकदमे के खिलाफ सपा विधायक अतुल प्रधान आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। सरधना सीट से विधायक अतुल प्रधान ने मेरठ डीएम कार्यालय में अपना धरना शुरू कर दिया है। अतुल अपने समर्थकों के साथ यहां डीएम दफ्तर के बाहर बैठे हैं। सपा विधायक पर हुए मुकदमे के खिलाफ आम आदमी पार्टी और भाकियू भी उनके समर्थन में उतर आई है। अतुल प्रधान के साथ आप और भाकियू नेता भी डीएम दफतर पहुंचकर सपा विधायक को समर्थन दे रहे हैं। उनका कहना है कि जनता के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने वाले विधायक पर मुकदमा लिखा गया है। उधर डॉक्टर पूरा आईएमए सपा विधायक के खिलाफ खड़ा हो गया है। आईएमए के डॉक्टरों ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि अस्पताल में आकर बेवजह हंगामा करने वाले जनप्रतिनिधियों को माननीय कहलाने का हक नहीं है। ऐसे जनप्रतिनिधि हमें नहीं चाहिए। अतुल प्रधान का बिहेव ऐसा है कि किसी को भी हार्टअटैक हो जाए। सपा विधायक ने कहा कि केले लेने जाता है तो उलट, पलट कर देखता है ये तो डॉक्टरों का मामला है। लाखों रुपए की बात है लूट हो रही है। कहा मेडिकल स्टोर अस्पताल में अंदर खुले हैं। हमने ये कहा पर्ची पर सॉल्ट लिखिए ताकि आदमी जहां से चाहे वहां से दवा ले ले, लेकिन डॉक्टर कोड लिखते हैं। विधायक ने प्रशासन की 4 सदस्यीय समिति से निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। कहा आज हमें जेल भेज दो हम पीछे नहीं हटेंगे।
पुलिस ने पीड़ितों के परिजनों के खिलाफ ही बिना जांच के मुकदमा लिख दिया। मरीज के दादा, बेटे, बहू सब पर मुकदमा कर दिया। कहा ये अस्पताल नहीं दुकानें हैं। खुले आम अस्पतालों में बार्गेनिंग हो रही है। पैसा कम कराओ, ज्यादा कराओ ये चल रहा है। जब डिप्टी सीएम ने तीन दिन के अंदर मामले की जांच मांग ली उसके बाद भी अस्पताल संचालकों को भरोसा नहीं हुआ और मुकदमा लिखा दिया।
मौके पर हालात कंट्रोल करने के लिए पुलिस, प्रशासनिक अफसर भी मौजूद हैं। सीओ सिविल लाइंस अरविंद चौरसिया ने कहा कि पूरे मामले की फुटेज, ऑडियो रिकार्डिंग को देखकर ही पुलिस अंतिम निर्णय लेगी। 2 से 3 दिनों में इसका निस्तारण करेंगे।
न्यूटिमा प्रकरण में आमरण अनशन पर बैठे सपा विधायक अतुल प्रधान
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