मेरठ 04 दिसंबर (प्र)। हस्तिनापुर के लुकाधड़ी में अंकित की एलानिया हत्या में हस्तिनापुर पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। हत्या से एक दिन पहले पत्नी ने थाने में तहरीर देकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। उसके बाद भी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है।
एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर रमेश चंद शर्मा को हटा दिया है। चौकी इंचार्ज योगेश गिरी और बीट के सिपाही मोर मुकुट को सस्पेंड कर दिया है। रेलवे रोड थाना प्रभारी विजय बहादुर को हस्तिनापुर का थाना प्रभारी नियुक्त कर दिया गया। उधर, स्वजन ने शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। उनका कहना है कि हत्यारोपितों की गिरफ्तारी और इंस्पेक्टर के सस्पेंड के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गांव लुकाधड़ी में अंकित 26 वर्षीय पुत्र कुंवरपाल चौहान और सुरेश सैनी पक्ष में खत्ते की जमीन को लेकर तीन साल से विवाद चल रहा है। चार भाइयों में अंकित चौहान मंझला था। वह हरियाणा के सोनीपत स्थित फैक्ट्री में वेल्डर की नौकरी करता था। पत्नी को छोड़ने गांव आया अंकित रविवार सुबह करीब नौ बजे बाइक से वापस जा रहा था। नहर पटरी पुल पर पहुंचने पर उसे आल्टो कार सवार लोगों ने रोककर अंधाधुंध फायरिंग की। तीन गोली लगने से उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वारदात के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चार हत्यारोपितों की तलाश शुरू कर दी। मृतक की पत्नी ने शनिवार को ही हस्तिनापुर थाने में तहरीर देकर बताया था कि हत्यारोपित सुरेश के बेटे अरिहंत, मुकेश, बबलू पुत्र मांगेराम व उदयवीर पुत्र सुरेंद्र जेल से छूटने के बाद जान से मारने की धमकी दे रहे है। उसके बाद भी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। रविवार को जहां मृतक के परिजनों ने थाने पर जमकर हंगामा किया वहीं, सोमवार को परिजन अंतिम संस्कार न करने की जिद पर अड़ गए और थाना प्रभारी व दरोगा को तुरंत सस्पेंड करने की मांग की।
एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि थाना प्रभारी रमेश चंद शर्मा को हटा दिया गया। चौकी इंचार्ज और बीट के सिपाही को सस्पेंड कर दिया। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी को लेकर दबिश डाली जा रही है।