नई दिल्ली 05 दिसंबर। पाकिस्तान में खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे की मौत हो गई है। लखबीर सिंह रोडे की 72 साल की उम्र में पाकिस्तान में मौत हो गई। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। खबर लीक ना हो इसके चलते चोरी छिपे पाकिस्तान में सिख रीति-रिवाज से लखबीर सिंह रोडे का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बताया जा रहा है कि वह डायबिटीज से पीड़ित था। लखबीर सिंह रोडे के दो बेटे, एक बेटी और पत्नी कनाडा में रहते हैं।
बता दें कि लखबीर सिंह इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) के स्वयंभू प्रमुख था और जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था। लखबीर सिंह को यूए (पी) ए के तहत एक ‘व्यक्तिगत आतंकवादी’ के रूप में सूचीबद्ध किया गया था और इसके बाद वह पाकिस्तान भाग गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखबीर सिंह के भाई और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने पाकिस्तान में उसकी मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उनके भाई का सोमवार को पाकिस्तान में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है।
बता दें कि इस साल अक्टूबर माह में पंजाब में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मोगा के कोठे गुरुपारा (रोडे) गांव में छापेमारी की थी। इस दौरान लखबीर सिंह रोडे की संपत्ति जब्त कर वहां नोटिस चिपकाया गया था। लखबीर सिंह पर गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत 1967 की धारा 33 (5) के तहत मामला दर्ज किया गया था। लखबीर सिंह रोडे पाकिस्तान में छिपकर बैठा था और उसे आईएसआई का समर्थन प्राप्त था। पंजाब की खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी थी कि इन्होंने पंजाब में आतंक मचाने के लिए कई स्लीपर सैल तैयार कर रखे थे, जिनका प्रयोग वे कभी भी कर सकते हैं। लखबीर सिंह रोडे पर दिल्ली में केस दर्ज था, जिस पर कोर्ट ने उसकी कुल जमीन का 1/4 हिस्सा जो 10 कनाल से ज्यादा बनता है, सील करने के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश कार्रवाई करते हुए एनआईए की टीम ने उसकी जमीन को सील करते हुए उस पर सरकारी बोर्ड लगा दिया था।