Wednesday, December 25

सारा इंडस्ट्रीज पर पुलिस का छापा, व्यापारी की तबीयत बिगड़ी

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मेरठ 15 मई (प्र)। ब्रह्मपुरी के साईंपुरम स्थित सारा इंडस्ट्रीज में उत्तरी दिल्ली पुलिस की टीम ने छापा मारा। आरोप है कि उक्त फैक्ट्री से प्रतिबंधित आक्सीटोसिन इंजेक्शन बनाने का कच्चा माल मुहैया कराया जा रहा था। फैक्ट्री के मालिक को दिल्ली पुलिस साथ ले जाने लगी। तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। जमीन पर गिरने के बाद तत्काल ही गढ़ रोड स्थित अस्पताल में भर्ती कराया। उसके बाद दिल्ली पुलिस ने फोरेंसिक और ड्रग्स विभाग की टीम को बुलाया। देर रात दिल्ली से एसीपी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने फैक्ट्री को बंद कराकर चाबी महामंत्री राकेश मक्कड़ के सपुर्द कर दी गई। ताकि फोरेंसिक और ड्रग्स विभाग फैक्ट्री के अंदर रखे केमिकल के नमूने ले सकें।

शास्त्रीनगर निवासी सत्यदेव गुप्ता की ब्रह्मपुरी के साईपुरम सारा इंडस्ट्रीज के नाम से फैक्ट्री है। यहां पर वाशिंग मशीन के पाइप बनते हैं। मंगलवार को उत्तरी दिल्ली पुलिस की टीम सारा इंडस्ट्रीज पर पहुंची। वहां से फैक्ट्री के मालिक सत्यदेव को पकड़ लिया गया। तब साईंपुरम इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने हंगामा कर दिया। हंगामे के बीच सत्यदेव गुप्ता की तबीयत बिगड़ गई। तत्काल ही उन्हें गढ़ रोड स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। दिल्ली पुलिस का कहना था कि भलस्वा डेरी थाना क्षेत्र में आक्सीटोसिन के इंजेक्शन की खेप पकड़ी गई है। उक्त इंजेक्शन प्रतिबंधित है। पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि वह मेरठ के साईंपुरम स्थित सारा इंडस्ट्रीज के मालिक सत्यदेव से इंजेक्शन बनाने का कच्चा माल लेते थे। उधर, व्यापारियों ने बताया कि फैक्ट्री में पाइप बनता है, वह कच्चा माल नहीं बेचते है। बता दें कि दिल्ली में पशु क्रूरता अधिनियम का मुकदमा भी दर्ज किया गया है। फैक्ट्री स्वामी सत्यदेव के बेटे जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि उनका इस प्रकार का कोई काम नहीं है। दिल्ली पुलिस फंसाना चाह रही है। आरोप बेबुनियाद है।

साईपुरम इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महामंत्री राकेश मक्कड़ का कहना है कि दस साल पहले सत्यदेव गुप्ता कच्चा माल का काम करते थे । उनका वह मुकदमाहाईकोर्ट में विचाराधीन है। माना जा रहा है शायद उक्त लोग पहले कच्चा माल लेते हो। अब वह ऐसा कोई काम नहीं कर रहे हैं।

साईंपुरम में पहले भी पकड़े जा चुके नकली दवाइयों के रेपर
2021 में लखनऊ की एलडीए कालोनी से मनीष मिश्र की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में नकली दवाइयां बनाने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। मनीष की निशानदेही पर कानपुर की गोविंद नगर पुलिस ने चकेरी निवासी पिंटू गुप्ता उर्फ गुड्डू व बेकनगंज निवासी आसिफ मोहम्मद खां को नकली दवाइयों के साथ गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से करीब दो करोड़ की दवाइयां बरामद की। सामने आया कि नकली दवाइयों के स्टिप, प्रिंटेड डिब्बे और स्कैनिंग कोड लगाने का काम मेरठ के ब्रह्मपुरी की साईपुरम कालोनी में होता है। मोनू दवाइयों के नकली रेपर छापता था।

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