मेरठ 06 अगस्त (प्र)। मेरठ में रविशंकर ने जिस तरीके से अपनी 7 महीने की प्रेग्नेंट पत्नी सपना का कत्ल किया उसने लोगों को झकझोर कर रख दिया. रविशंकर ने चाकू और सर्जिकल ब्लेड से पत्नी का गला रेतकर उसे बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. फिर करीब 2 घंटे तक लाश के पास बैठा रहा. खुद ही पुलिस को फोन कर मौके पर बुलाया. जब पुलिसकर्मी कमरे में दाखिल हुए तो मंजर देख उनके भी होश उड़ गए. रविशंकर का चेहरा और हाथ खून से सना था. उसे अपने किए का कोई पछतावा नहीं था. उसने पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए।
रविशंकर का घर भावनपुर थाना क्षेत्र के किन्हानगर में है। उसकी जनरल स्टोर की दुकान है। उसकी 8 महीने पहले 23 जनवरी, 2025 को सपना से शादी हुई थी। सपना के माता-पिता की 18 साल पहले मौत हो गई थी। वह अपनी बड़ी बहन सरिता और जीजा मुन्ना के साथ रहती थी।
रविशंकर से सपना की शादी जीजा ने कराई थी। 26 जुलाई को तीज के चलते सपना बहन के घर अम्हेड़ा गांव आ गई थी। 2 अगस्त को रविशंकर अम्हेड़ा से पहुंचा। पत्नी से बोला- अपनी आंखें बंद करो। मैं तुम्हारे गले के लिए लॉकेट लाया हूं। अपने हाथों से तुम्हें लॉकेट पहनाना चाहता हूं।
इस पर पत्नी ने आंखें बंद कर लीं। पति ने चाकू से उसका गला रेत दिया। हत्या के बाद पति ने खुद पुलिस को कॉल किया। कहा- मैंने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। डेडबॉडी घर पर है। आकर उठा लीजिए। इसके कुछ देर बाद पुलिस पहुंच गई। पुलिस जब पहुंची, तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था।
पुलिस ने दरवाजा खुलवाया। अंदर देखा तो रविशंकर पत्नी की डेडबॉडी के पास खून से सना हुआ बैठा था। पास में ही चाकू पड़ा था। लाश पूरी तरह खून से लथपथ थी। पेट, सिर, चेहरे पर चाकू के वार थे। इसके बाद पुलिस ने आरोपी रविशंकर को गिरफ्तार कर लिया।
रविशंकर ने बताया- मेरी अरेंज मैरिज हुई थी। दोनों पक्षों को रिश्ता सही लगा तो दिसंबर में मेरी सगाई और जनवरी में रिश्ता हो गया। सपना के साथ मेरी जिंदगी सही चल रही थी। इसमें जहर उसके जीजा ने घोला। मैंने अप्रैल में ही तय कर लिया था कि इस रिश्ते को खत्म कर दूंगा, लेकिन पत्नी की हत्या करूंगा, ये नहीं सोचा था। मैंने सपना को 2 बार समझाया, लेकिन वो नहीं मानी।
रविशंकर ने बताया- मैं सपना से बेहद प्यार करता था। वो एक अच्छी पत्नी थी। उसके मां-बाप बचपन में गुजर गए, इसलिए मुझे उससे और ज्यादा अटैचमेंट था कि वो जिंदगी भर मां, बाप के प्यार को तरसी है। मैं उसकी जिंदगी में प्यार की सारी कमियों को दूर करना चाहता था। मैंने कोशिश भी की, लेकिन उसके दिमाग में केवल जीजा का भूत सवार था।
वो हर छोटी बड़ी बात जीजा से पूछती। हमारी जिंदगी में उसका इतना दखल था कि मैं परेशान हो गया। शादी के 2 महीने तक मुझे लगा कि सपना अपनी बहनों, जीजा को याद करती है, इसलिए परेशान रहती है। वो प्रेग्नेंट थी, हमारे घर में सब सही था। इसके बाद भी उसका पूरा ध्यान बहन और जीजा पर रहता।
जीजा से सारे दिन बात करती। मैं जब भी घर आता वह जीजा से फोन पर बात करते मिलती। मुझे बिना बताए वो जीजा के घर चली जाती। कई बार मुन्ना हमारे घर आता मुझे जानकारी नहीं होती। तब मुझे यकीन हो गया कि दोनों के बीच कुछ गलत चल रहा है। 26 जुलाई को मैंने तय कर लिया था कि अब वो सपना को नहीं छोडूंगा, क्योंकि उसने घर की इज्जत खराब कर दी है।
26 जुलाई को मैंने सपना से कहा कि हरियाली तीज का त्योहार है। चलो तुम्हें बहन के घर घुमा लाएं, लेकिन, सपना ने जाने से इनकार कर दिया। उसी दिन शाम को अचानक मुन्ना सिंधारा लेकर घर आया। सपना उसके साथ मुझे बिना बताए बहन के घर चली गई।
रात को मैं घर लौटा तो पता चला कि सपना जीजा के साथ बहन के घर चली गई है। मैंने तय कर लिया कि मैं अब ये रिश्ता खत्म कर दूंगा।
