मेरठ 02 जनवरी (प्र)। महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि महानगर का विकास करने के लिए कमिश्नर का साथ होना जरूरी है। आबू नाला फेस-2 के लिए कमालपुर में 220 एमएलडी का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार हो गया और 65 एमएलडी का प्रस्तावित है। नमामि गंगे योजना के तहत पैसा आ चुका। कूड़े के पहाड़ खत्म या फिर अन्य बड़ी योजना में कमिश्नर का सहयोग अनिवार्य है, क्योंकि नगर निगम में 74 वां सविधान संशोधन अधिनियम लागू नहीं है। इसको लेकर पार्षदों और अधिकारियों के बीच समंवय बनना होगा, तभी शहर का विकास संभव है।
नए वर्ष पर गत सुबह 11ः30 बजे महापौर नगर निगम में पहुंच गए। अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी और निगम के अधिकारियों के साथ पार्षद भी मौजूद रहे। महापौर ने कहा कि 2024 की शुरूआत हो गई है और अब निगम अधिकारी और पार्षदों में समंवय बनाकर विकास कार्य कराना प्राथमिकता पर रखेंगे। प्रतिदिन पार्षदों द्वारा समस्या का निस्तारण अधिकारी करेंगे। सदन की बैठक में सिर्फ विकास पर चर्चा होगी। महापौर ने बताया कि विकास से जुड़े बड़े कार्य कराने का अधिकार कमिश्नर के पास है। उनके सहयोग से ही विकास कार्य संभव है। कहा कि नालों की सफाई, कूड़ा प्लांट जैसे बड़ी समस्या का निस्तारण कराना है। वह अभी तक शहर में व्हाइट टॉपिंग सड़क बनवाने में कामयाब हो सके है। नमामि गंगे के तहत आबू नाला फेस-2 के लिए कमालपुर में 220 एमएलडी का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार हो गया और 65 एमएलडी का प्रस्तावित है। यह कार्य पूरा होने पर नालों में सिल्ट नहीं होगी और साफ पानी भी फसलों की सिचाई करने में इस्तेमाल होगा। जिस पर लगातार कार्य चल रहा है। शहर के विकास के लिए पार्षद और अधिकारी एक साथ रहेंगे, तभी कमिश्नर का साथ मिलेगा।