मेरठ 09 नवंबर (प्र)। देश की भावी पीढ़ी को तैयार करने वाले भावी शिक्षकों को तैयार करने में घोर लापरवाही बरती जा रही है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त ऐसे बीएड कालेज हैं जो महज 354 वर्ग मीटर जगह में संचालित हैं। यहां न शिक्षक हैं, न कक्षा है। एक भी दिन कक्षा नहीं चलती है। इसके बाद भी बीएड की मार्कशीट व डिग्री शिक्षकों के नाम पर अप्रशिक्षित बीएड अभ्यर्थियों का झुंड तैयार किया जा रहा है।
ऐसा ही एक कालेज आर्य नगर सूरज कुंड में पंडित सुजान सिंह कालेज के नाम से संचालित हैं। ऐसे कालेजों की शिकायत करने और कार्रवाई की मांग करते हुए बुधवार को कालेजों ने कुलसचिव कार्यालय में धरना देकर विरोध जताया। छात्रों ने एक दूसरे कालेज अब्दुल्लापुर स्थित रामा कालेज आफ एजुकेशन की शिकायत की है जिसकी जमीन कालेज या समिति के नाम नहीं बल्कि एक निजी भूमि है । बार – बार हो चुकी हैं जांच भी बीएड कालेजों में पठन-पाठन की अव्यवस्था, बिना शिक्षकों व संसाधनों के पढ़ाई की शिकायतें विधान परिषद तक होने के बाद विश्वविद्यालय ने बार- बार बीएड कालेजों की भौतिक जांच के लिए समिति गठित की।
समिति सदस्यों ने कालेजों का निरीक्षण कर विश्वविद्यालय को मोटे बिल थमाए लेकिन रिपोर्ट आज तक नहीं दी। पिछली समिति ने तो सबकुछ ठीक होने की रिपोर्ट महज एक पेज में ही दे दी थी जिसे विश्वविद्यालय ने स्वीकार नहीं किया।
बीएड कालेजों से विश्वविद्यालय तक की सांठ-गांठ ने गुणवत्ता को रसातल तक पहुंचा दिया है। छात्र अक्षय बैंसला, विशाल बैसोया, अभिषेक, नकुल, अरुण, बादल आदि छात्रों ने एक बार फिर कालेजों की जांच कराने की मांग की है।