Friday, October 31

भाजपा नेताओं की पहल से विकुल- सत्यम विवाद खत्म

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मेरठ 31 अक्टूबर (प्र)। 19 अक्टूबर को तेजगढ़ी चौराहे के पास राज्यमंत्री के कार्यालय के नीचे व्यापारी सत्यम रस्तोगी से नाक रगड़वाकर माफी मंगवाने वाले मामले में अब विवाद का पटाक्षेप हो गया है। भाजपा के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों की मध्यस्थता में विकुल चपराणा सत्यम रस्तोगी विवाद आपसी सहमति से समाप्त हो गया। दोनों पक्षों ने सर्किट हाउस में गुरुवार की देर शाम हुई बैठक में लिखित समझौते पर हस्ताक्षर किए। बैठक में दोनों समाजों के प्रतिनिधियों ने अपनी अपनी बात रखी। जनप्रतिनिधियों ने सभी को संवाद, संयम और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। अंत में विधायक अमित अग्रवाल की मौजूदगी में समझौता नामे पर दोनों पक्षों के परिजनों ने हस्ताक्षर किए।

समझौते के अनुसार अब दोनों पक्ष किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते हैं। सत्यम रस्तोगी, विकुल चपराणा और उनके परिवारों ने भविष्य में आपसी सम्मान व भाईचारा कायम रखने का संकल्प लिया। इस समझौता बैठक में मेरठ-हापुड़ लोकसभा सांसद अरुण गोविल, राज्यमंत्री दिनेश खटीक, विधायक अमित अग्रवाल, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा, विनीत शारदा, नवीन गुप्ता, जयकरण गुप्ता, पवन मित्तल, राकेश रस्तोगी, अमन गुप्ता, संयुक्त गुर्जर परिसंघ के अध्यक्ष भोपाल सिंह गुर्जर, संयोजक वीरेंद्र सिंह गुर्जर, सहसंयोजक जगदीश पूठा, नवाब सिंह लखवाया, विपिन भड़ाना, नितिन प्रमुख, जगत सिंह दोसा, पार्षद भारत भड़ाना, रणपाल सिंह काजीपुर और अन्य समाजसेवी मौजूद रहे।

पार्टी की मुश्किल बनी थी घटना, अब शांति की मिसाल
नाक रगड़वाने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला भाजपा के लिए सिरदर्द बन गया था। गुर्जर व वैश्य समाज के बीच बढ़ती खाई से पार्टी नेतृत्व चितित था लेकिन शीर्ष नेताओं की सक्रियता और आपसी संवाद के चलते यह विवाद सौहार्दपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया। बैठक के बाद सभी ने कहा कि संवाद ही समाधान है और समाज में भाईचारा सर्वोपरि।

3 नवंबर को जेल से बाहर आएंगे विकुल और साथी
विकुल चपराणा सहित चार आरोपी वर्तमान में न्यायिक हिरासत में मेरठ जेल में बंद हैं। बताया जा रहा है कि अब समझौते के बाद 3 नवंबर को सभी जेल से बाहर आ जाएंगे। इन पर रंगदारी, मारपीट और तोड़फोड़ की धाराएं लगाई गई थीं।

तीन पुलिसकर्मी हुए थे लाइन हाजिर, थाना प्रभारी सस्पेंड
घटना के बाद पुलिस की लापरवाही उजागर होने पर मेडिकल थाना प्रभारी शीलेष को सस्पेंड किया गया, जबकि चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए हैं।

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