मेरठ, 01 जून (प्र)। एक महीने में 10 बेटियों की हत्या। किसी अंजान शख्स ने नहीं। ये हत्याएं उन पतियों ने की हैं, जिन्होंने जीवनभर साथ निभाने की कसमें खाई थी। जिन बेटियों को उनके माता-पिता ने बड़े लाड से पाला था, उनमें से आठ को दहेज की खातिर कत्ल कर दिया गया।
तीन बेटियों ने अपने पतियों की गलत हरकतों का विरोध किया तो उन्हें उसके बदले मौत मिली। कानून इनको क्या सजा देगा ये तो अदालत में मुकदमे चलने के बात पता चलेगा लेकिन अपनी बेटियों को खोने वाले परिजन बेबस हैं।
वे यही कह रहे हैं कि समाज में बड़ा सुनने को मिल रहा है कि जमाना बदल रहा है, अब बेटियां बेटों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। आज भी बेटियों के साथ इंसाफ नहीं हो रहा। दहेज की खातिर किसी को मार दिया जा रहा है तो किसी को इतना तंग कर दिया जा रहा है कि वो खुद मौत को गले लगाने पर मजबूर है।
परतापुर के बहादरपुर गांव में भी लोगों का कहना था कि नीलम कौर ने अगर खुद भी जहर खाया है तो सवाल ये है कि आखिर ऐसे हालात क्यों बन गए। अगर उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या का मन में विचार आया तो वह भी हत्या से कम नहीं है। गत बृहस्पतिवार को भावनपुर के जयभीमनगर में एंबुलेंस चालक ललित ने पत्नी दीपा की पेचकस ’से 30 वार करके हत्या कर दी। मां की हत्या के बाद उसके दोनों बच्चे आठ साल का अंशुमन और छह साल की गुन्नू का जीवन भी खराब हो गया है। दोनों बच्चे बीते शुक्रवार को भी रोते हुए यही पूछते रहे कि मम्मी कहां गई, पापा कहां हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक दहेज हत्या के मुकदमों की संख्या बढ़ती जा रही है।
मई में पति के हाथों मारी गईं महिलाएं
29 मई को भावनपुर के जयभीमनगर में पति ललित ने पत्नी दीपा की पेचकर से गोदकर हत्या कर दी।
28 मई को भावनपुर के जयभीमनगर में फफूंडा निवासी आशा फंदे पर लटकी मिली। परिजनों पति दीपक के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई।
28 मई को सरधना के खेड़ा गांव की मोनिका की मुजफ्फरनगर के दूधली में हत्या कर दी गई। परिजनों ने दहेज की खातिर हत्या करने की तहरीर दी।
28 मई को देहली गेट थाना क्षेत्र में 23 वर्षीय बरखा का शव फंदे पर लटका मिला। परिजनों ने पति निखिल और उसके परिवार वालों पर दहेज की खातिर हत्या करने का आरोप लगाया।
24 मई को नौचंदी पुलिस ने ढवाईनगर में पत्नी की जहर खिलाकर हत्या करने वाले आरोपी पति जावेद को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया।
13 मई को इंचौली के कस्तला गांव में घाट निवासी अंशु का शव फंदे पर लटका मिला। परिजनों ने पति अंकुश पर दहेज की खातिर हत्या करने की तहरीर दी।
10 मई को कंकरखेड़ा के कासमपुर में संगीता को अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों ने पति पर तेजाब पिलाने का आरोप लगाया।
07 मई को लावड़ के महल गांव में अनुराधा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों ने पति जगेश पर दहेज की खातिर हत्या करने का आरोप लगाया।
04 मई को नौचंदी के ढवाईनगर में स्क्रैप कारोबारी समीर ने पत्नी 25 वर्षीय गुलफ्शा की गोली मारकर हत्या कर दी। गुलफ्शा के परिजनों ने बेटी की शादी में एक करोड़ नकद और 50 तोले सोने दिया था। गुलफ्शा पति के अवैध संबंधों का विरोध करती थी।