मेरठ 08 जनवरी (प्र)। अखिल भारतीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष प्रोफेसर मौजपाल सिंह ने आठ जनवरी बुधवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के नीचे बैठकर सुबह 10 से अपरान्ह चार बजे तक उपवास रखने की घोषणा मंगलवार को स्थगित कर दी। यह उपवास मौन व्रत रहने वाले थे। मंगलवार को कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला व कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा ने प्रो. मोपाल सिंह से मुलाकात कर उनकी मांगों को मानने पर सहमति जताई। उन्होंने वीडियो जारी कर विश्वविद्यालय प्रशासन से हुई वार्ता की जानकारी देते हुए उपवास स्थगित होने की सूचना भी साझा की।
प्रो. मौजपाल सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय ने उनकी पांच प्रमुख मांगों को मान लिया है। इनमें समाज सुधारक दीनबंधु रहबर-ए-आजम सर चौधरी छोटूराम के नाम दीनबंधु रहबर-ए-आजम सर छोटू राम शोध पीठ और प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायक अमर बलिदनी मंगल पांडेय के नाम पर शोध के स्थापना की मांग रखी थी जिसे विश्वविद्यालय ने मान लिया है। इसके अलावा कालेजों में प्रबंधन द्वारा प्राचार्यों को सस्पेंड करने के मामलों का निस्तारण के लिए आगरा विश्वविद्यालय की तर्ज पर नियम बनाने की मांग रखी जिसमें सस्पेंशन आर्डर को कुलपति द्वारा चार सप्ताह में अप्रूव नहीं करने पर प्रबंधन का आदेश स्वतः सीज हो जाएगा और उन्हीं आरोपों पर किसी को सस्पेंड नहीं किया जा सकेगा। कालेजों में प्रबंध समिति की समय सीमा पांच वर्ष समाप्त होने पर कानून के तहत चुनाव न होने पर नियंत्रक की नियुक्ति किए जाने और विश्वविद्यालय परिसर में सहायता प्राप्त कालेजों के शिक्षकों के लिए प्रकोष्ठ गठित हो जिसमें वरिष्ठ अधिकारी बैठें और शिक्षकों द्वारा भेजी गई समस्याओं का निस्तारण करें।