मेरठ 08 जनवरी (प्र)। सर्दी में ठिठुरते हाथ-पैर को गर्मी प्रदान करने के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) के हर अधिकारी, कर्मचारी व विभागों के कार्यालयों में हीटर व ब्लोअर चल रहे हैं। थोड़ी गर्माहट लेकर कर्मचारी काम भी कर रहे हैं, लेकिन जब छात्रावासों ने भी इस सर्दी से बचने के लिए हीटर व ब्लोअर चलाना शुरू किया तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने नोटिस चस्पा कर दिया।
मुख्य छात्रावास अधीक्षक प्रोफेसर दिनेश कुमार की ओर से जारी नोटिस में विश्वविद्यालय परिसर के सभी छात्रावासों में हीटर व ब्लोअर का प्रयोग किए जाने से विद्युत भार लगभग दो गुना होने और ट्रांसफार्मर व जनरेटर के खराब होने का खतरा बताते हुए प्रतिबंध लगाया गया है। विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन समय के लिए विद्युत आपूर्ति ठप होने का खतरा बताते हुए छात्रों को छात्रावासों के कमरों में हीटर व ब्लोअर तत्काल बंद करने को कहा गया है। नोटिस के अनुसार, विद्युत अभियंता की ओर से दी गई इस रिपोर्ट के आधार पर हीटर या ब्लोअर का इस्तेमाल करने पर छात्रों पर आर्थिक दंड लगाने के साथ ही उनके खिलाफ अन्य कार्रवाई की जाएगी।
नोटिस से छात्रों में रोष है। उनका कहना है कि सर्दी में छात्रों का हाल जानने की बजाय इस प्रकार के प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय के विद्युत अभियंता व अन्य अधिकारियों को बढ़ते विद्युत भार का आभास छात्रावासों में ही हीटर के इस्तेमाल पर हुआ, जबकि पूरे विश्वविद्यालय परिसर में शायद ही ऐसा कोई कार्यालय या घर हो, जहां अतिरिक्त हीटर या ब्लोअर न चल रहा हो। कोई चोरी-छिपे इनका इस्तेमाल नहीं कर रहा है, लेकिन पाबंदी छात्रों पर ही लगाई जा रही है। यदि हीटर व ब्लोअर इस्तेमाल करना गलत है और इससे अनिश्चितकाल तक विद्युत सेवा बाधित हो सकती है तो यह आदेश हर कार्यालय व विभागों के लिए भी होना चाहिए।