मेरठ 05 जून (प्र)। क्रॉनिकल्स ऑफ इंडिया द्वारा घोषित एसटीईएम रैंकिंग 2025 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को देश के शीर्ष 100 संस्थानों में राष्ट्रीय स्तर पर 86वीं रैंक प्राप्त हुई है। जबकि उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ को सर्वोच्च स्थान प्राप्त हुआ है।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के निदेशक शोध प्रो. बीरपाल सिंह ने बताया कि क्रॉनिकल्स ऑफ इंडिया द्वारा विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी एवं गणित (एसटीईएम) रैंकिंग 2025 में देश के शीर्ष 100 संस्थानों में सीसीएसयू को 86वां स्थान मिला है।
यह रैंकिंग संस्थान की अकादमिक गुणवत्ता, अनुसंधान नवाचार, अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं, और गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में यूपी के मात्र दो विश्वविद्यालय शामिल हैं। इसमें भी चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ को पहला और लखनऊ विश्वविद्यालय को दूसरा स्थान मिला है।
इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि यह उपलब्धि हमारे विश्वविद्यालय परिवार, शिक्षकों, शोधार्थियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों के सामूहिक परिश्रम, दूरदर्शिता और उच्च स्तरीय अनुसंधान व नवाचार में किए गए कार्यों का परिणाम है। हम नई पीढ़ी को वैश्विक मानकों के अनुरूप एसटीईएम शिक्षा देने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं और यह सम्मान हमें और अधिक प्रेरणा प्रदान करता है।
विज्ञान, तकनीक, अभियांत्रिकी व गणित के क्षेत्र में हो रहे वैश्विक परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने हाल के वर्षों में कई नवाचार एवं सुधारात्मक कदम उठाए हैं। इनमें अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं एवं रिसर्च सुविधाओं की स्थापना, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन, सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी, बायोइन्फॉर्मेटिक्स जैसे उभरते विषयों पर पाठ्यक्रमों का विकास, शोध प्रोत्साहन योजनाओं के अंतर्गत युवाओं को स्टार्टअप और नवाचार हेतु प्रेरित करना भी शामिल है।
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशन और पेटेंट प्राप्त करना, उद्योग और अकादमिक संस्थाओं के साथ प्रभावी सहयोग एवं इंटर्नशिप योजनाएं भी शामिल है। प्रो. बीरपाल सिंह ने बताया कि क्रॉनिकल्स ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित पूरी रैंकिंग राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रमुख एसटीईएम संस्थाओं के प्रदर्शन, अनुसंधान प्रकाशनों, फैकल्टी गुणवत्ता, नवाचार, और छात्रों की उपलब्धियों के आधार पर तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय का लक्ष्य टॉप 50 एसटीईएम संस्थानों में स्थान बनाना है।