मेरठ 23 दिसंबर (प्र)। गाजियाबाद की सीमा से सटी मोहिउद्दीनपुर में बसाई जा रही नई इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए मेडा ने जमीनों का कब्जा लेना शुरू कर दिया है। नई टाउनशिप के लिए मेडा ने किसानों से 145 हेक्टेयर जमीन पर अपना कब्जा लेकर रजिस्ट्री करा ली है। इसके साथ 145 जमीन पर कब्जा लेने के लिए किसानों से वार्ता चल रही है। मोहिउद्दीनपुर और छज्जूपुर गांव में पहले फेज में टाउनशिप विकसित होगी । मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) की ओर से नए साल में इसकी शुरूआत करने की तैयारी थी, लेकिन कब्जा लेने में देरी होने से मेडा ने इसे चार महीने के लिए आगे बढ़ा दिया है। पहले फेज के तहत मेडा 50 हेक्टेयर में ब्लॉक तैयार करेगा। इसमें अप्रैल से प्लॉटिंग होगी। टाउनशिप में चौड़ी सड़कें होंगी और आसपास के गांव से फीडर मार्ग के जरिए कनेक्टिविटी होगी।
मुख्यमंत्री ने किया था नई टाउनशिप का उद्घाटन
चार अगस्त को मुख्यमंत्री ने नई टाउनशिप का शिलान्यास किया। मेडा की प्लानिंग के मुताबिक इंटीग्रेटेड टाउनशिप में आवासीय, व्यावसायिक, शैक्षिक, ग्रुप हाउसिंग, अस्पताल, हेल्थ क्लब आदि के लिए प्लॉट होंगे। इनमें उच्च आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग, अल्प आय वर्ग और दुर्बल आय वर्ग के लिए मकान और प्लॉट होंगे। टाउनशिप में निवेशकों को लाने के लिए ग्रुप हाउसिंग के प्लॉट भी होंगे। मेडा स्वयं और निजी निवेशकों के जरिए टाउनिशप को विकसित करेगा। 24 जोन में
बांटकर तैयार हो रहा प्लान
महायोजना 2021 करीब 500 वर्ग किमी की थी, जबकि महायोजना 2031 बढ़कर 1043 वर्ग किमी की हो गई है। पूरे क्षेत्र को 24 जोन में बांटकर प्लान तैयार होगा। दिल्ली रोड, रूडकी रोड को रैपिड कॉरीडोर के तहत विकसित किया जा रहा है। रैपिड रेल के सुनियोजित ढांचागत विकास के लिए टीओडी पॉलिसी बनी है। इसके तहत परतापुर भूडबराल में यह 288.79 हेक्टेयर और मोदीपुरम में 457.06 हेक्टेयर में स्पेशल डवलपमेंट एरिया (एसडीए) है। एनसीआरटीसी की ओर से टीओडी के तहत सात जोन का प्लान बनाया गया। बाद में दो जोन और इसमें जोड़ दिए गए।
ये है टीओडी पॉलिसी
आरआरटीएस कॉरीडोर के डेढ़ किमी की परिधि और आरआरटीएस स्टेशन के 500 मीटर दोनों ओर का क्षेत्र इसके तहत आएगा परतापुर व मोदीपुरम दोनों छोर पर एसडीए होगा, जबकि स्टेशन पर इंफ्लुएंस जोन (आईजेड) होंगे। इन क्षेत्रों में व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़वा दिया गया है। मिश्रित भू-उपयोग के अंतर्गत काम होंगे।
ले- प्लान मेडा ने किया जारी
मेड़ा के अधिकारियों ने अपनी नई कालोनी इंटीग्रेटेड टाउनशिप कालोनी का ले आउट प्लान भी मीडिया में जारी किया नेशनल हाइवे, एक्सप्रेस हाइवे, बाईपास, रेलवे लाइन, डेडीकेटेड कोरीडार, रीजनल रेपिड रेल से टच है। इसके साथ इसे दो फेस में बांटा गया है। मेडा की प्लानिंग के मुताबिक आईटी जोन में भी 50 हजार दफ्तर खोले जाएंगे, जिनमें एक लाख 66 हजार कर्मचारी काम करेंगे।
इंटीग्रेटेड टाउनशिप की चर्चा दिल्ली तक
गाजियाबाद से सटे जिले की सीमा के पास पहली इंटीग्रेटेड टाउनशिप मोहिउददीनपुर की चर्चा मेरठ से लेकर नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली व गुड़गांव तक हो रही है। इस टाउनशिप को मोहिउद्दीनपुर, छुज्जुपर, इकला गांव को फेस वन व दौलतपुर व कायस्थ गावड़ी गांव को फेस-2 में बांटा गया है।
ये है कॉलोनी की खासियत
मेट्रो स्टेशन से इस कालोनी का दस मिनट का रास्ता है जो लोग मेरठ से गाजियाबाद, नोएडा या दिल्ली जाते है उनके लिए यह कालोनी किसी वरदान से कम साबित नहीं होगी। इस कालोनी में लोगों के लिए सस्ते रेट पर मकान व पलैट बनाए जाएगें लोगों को मकान व पलैट किश्तों में भी दिए जाएगें जिससे वह फ्लेट का बीस प्रतिशत जमा करके बाकी बची रकम की किश्त जमा कर सकें।
