मेरठ 09 दिसंबर (प्र)। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने अजीबो-गरीब कारनामा करते हुए बिना रिजल्ट जारी हुए ही कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की आधी-अधूरी मार्कशीट भेज दी। शुरुआत में यह मामला अम्बरीश शर्मा एजुकेशन ऑफ टेक्नोलॉजी में बीएड से जुड़ा था, लेकिन जब इसकी शिकायत लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे तो पता चला कि ऐसा 69 कॉलेजों के विद्यार्थियों के साथ हुआ है। छात्रों की शिकायत पर परीक्षा नियंत्रक ने मामले की जांच के आदेश कर दो दिन में मामले के समाधान का भरोसा दिया है।
सोमवार को छात्र नेता अंकित अधाना के नेतृत्व में अम्बरीश शर्मा एजुकेशन ऑफ टेक्नोलॉजी के बीएड अंतिम वर्ष के छात्र विश्वविद्यालय पहुंचे। छात्रों के अनुसार पोर्टल पर आंतरिक एवं प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक अपलोड होने के बावजूद उनका रिजल्ट नहीं आया, लेकिन आधी अधूरी मार्कशीट कॉलेजों में पहुंच गई। छात्रों का कहना था कि जब उनका रिजल्ट ही नहीं आया तो फिर मार्कशीट कैसे पहुंच गई। उनका दावा है कि इन मार्कशीट पर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के हस्ताक्षर भी हैं।
छात्र नेता अंकित अधाना ने विश्वविद्यालय द्वारा भेजी गई मार्कशीट परीक्षा नियंत्रण वीरेंद्र मौर्य को दी। संबंधित विभाग से कारण पूछा गया तो पता चला कि ऐसा एक-दो नहीं, बल्कि 69 कॉलेजों में हुआ है। परीक्षा नियंत्रक ने पूरे मामले में कार्रवाई का भरोसा दिया। छात्रों ने कहा कि कॉलेज जानबूझकर छात्रों के प्रयोगात्मक परीक्षा एवं आंतरिक परीक्षा के अंक पोर्टल पर अपलोड नहीं करते।
छात्र नेता अंकित ने विवि से लापरवाह कॉलेजों पर आर्थिक दंड लगाने और संबद्धता खत्म करने की मांग की। छात्रों ने कहा कि यदि किसी अभ्यर्थी ने परीक्षा दी है तो उसका परिणाम किसी भी स्थिति में नहीं रोका जाना चाहिए। छात्रों ने अधूरी मार्कशीट और आंतरिक परीक्षा के अंक अपलोड नहीं करने वाले कॉलेजों के विरुद्ध जांच समिति बनाते हुए कार्रवाई की मांग की। विनीत चपराना, रोहित गुर्जर, गौरव, आशु गोस्वामी, रवि, कृष्ण कुमार, सोनी, अरुण एवं सुमित मौजूद रहे।
सीसीएसयू परीक्षा नियंत्रक वीरेंद्र कुमार मौर्य का कहना है कि यह शिकायत लेकर मेरे पास आए थे। इस मामले की जांच कराई जाएगी। दो दिन में समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
