

मेरठ 24 जून (प्र)। मेरठ विकास प्राधिकरण मेडा के उपाध्यक्ष अवैध निर्माण और कच्ची कालोनियों के निर्माण के विरोध में होने और अब आये दिन किसी न किसी क्षेत्र के नागरिकों द्वारा ऐसे निर्माणों के खिलाफ प्रर्दशन किये जाने अथवा कमिश्नर सहित सभी अधिकारियों को दिये जा रहे ज्ञापनों के बाद भी अवैध निर्माण है कि रूकने की बजाए सुरसा के मुंह की भांति बढ़ते ही जा रहे है। और मजे की बात यह है कि ढके छिपे रूप में यह इन्टीरियर में नहीं मुख्य हाईवे मार्गों पर सरकार की निर्माण नीति के विपरित और माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा समय समय पर इस मामले में चेतावनी दिये जाने और करने व कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देशों के बावजूद मेडा के अवैध निर्माण और कच्ची कालोनियों का विस्तार रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से नागरिकों के अनुसार यह निर्माण हो रहे है।
बताते चले कि व्हाट्सअप से प्राप्त एक जानकारी के अनुसार सरधना रोड प्लॉट संख्या एक सैक्टर 6 सैंट फ्रांसिस स्कूल के सामने कंकरखेड़ा में किसी व्यक्ति द्वारा आशुतोष नर्सिंग होम के नाम से बिलकुल अवैध रूप से भव्य अवैध निर्माण में चर्चा अनुसार सेटिंग करके बिना किसी एन ओ सी के नर्सिंग होम का निर्माण कर लिया गया। जो चित्र में नजर आ रहा है। अब यह कोई रातों रात तो बना नहीं होगा महीनों इसके निर्माण में लगे होंगे। क्योंकि दो मंजिलों के बाद तीसरी अब चौथी मंजिल का निर्माण और वो भी बिलकुल सड़क किनारे पर होना बताया जा रहा है। इसका मालिक कौन है खबर लिखे जाने तक यह तो स्पष्ट नहीं हो पाया था मगर इस नर्सिंग होम को लेकर यह चर्चा जरूर है। लोगों का कहना है कि आखिर मेडा के जिम्मेदार अधिकारी इस शहर में जाम का कारण बन रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ आखिर कब कार्रवाई करेंगे। कई भुक्तभोगियों का कहना है कि जब यहां एक दो मरीज भी आ जाते है तो उनसे मिलने आने वालों के वाहनों से सड़क पर जाम सा लग जाता है और आवागमन में काफी कठिनाई होती है। सही क्या है गलत क्या है यह तो निर्माण कराने वाले ही जाने। लेकिन मौखिक चर्चा यह भी है कि आशुतोष नर्सिंग होम नियम विरूद्ध तो बना ही है यह भी बताते है कि इतनी जल्दी बना है कि कभी भी कुछ हो जाए तो उसे आश्चर्य नहीं समझा जाना चाहिए।
माननीय मुख्यमंत्री जी क्योंकि इतना बड़ा नर्सिंग होम बनकर तैयार हो गया और मेडा के अधिकारियों को नजर नहीं आया या कार्रवाई की खानापूर्ति कर निर्माण की पूरी छूट दी गई इसलिए मेडा के अवैध निर्माण रोकने से संबंध अफसरों या परिवर्तन अधिकारी से तो कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। क्योंकि निर्माण शमन नहीं हो सकता। लोगों का कहना है कि अब तो आपके आदेश व निर्देश पर ही कार्रवाई हो सकती है बताते है कि हर प्रकार के नियम विरूद्ध नागरिकों के लिए कभी भी नुकसानदायक होने में सक्षम एक टावर भी आशुतोष नर्सिंग होम पर अवैध रूप से लगाये जाने की चर्चा है।
