दोस्तों वैसे तो अक्टूबर आधा बीत रहा है । हमेशा अब तक सर्दियों का आगमन होने लगता है। लेकिन इस बार दोपहर में अभी पंखों के बिना गुजारा नहीं हो रहा है। भले ही एसी सब ना चला रहे हो। कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि सर्दी भी धूप छाव का खेल सुबह शाम में खेल रही है। प्रातःकालीन अब ठंडी हवा के साथ साथ अब कोहरा भी नजर आने लगा है तो शाम ढले दोपहिया वाहनों पर लगने वाली हवा गर्म कपड़ों की आवश्यकता का अहसास कराने लगी है। अंधेरा होने पर पूरी आस्तीन की कमीज अनिवार्य लगने लगी है। साथियो इस तथ्य को देखते हुए ठंड और बीमारियों से बचने के लिए खासकर सुबह शाम ठंड से बचाव का हर इंतजाम करके निकले जिससे परिवार की खुशहाली और ठंड के आगमन का मजा आसानी से मिल सके।
सुबह और शाम के वक्त गर्म कपड़े पहनकर ही घरों से बाहर निकलें । ठंड बढऩे पर शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढंक कर रखना चाहिए। बाहर से आने के बाद तुरंत गर्म कपड़े न उतारें। इस मौसम में पानी का भरपूर सेवन करना चाहिए। गुनगुना पानी का प्रयोग लाभदायक है।
ताजा और गर्म खाना ही खाना चाहिए। ब्लड प्रेशर के मरीज ठंड से बचाव के लिए नियमित रूप से व्यायम करें।