गाजियाबाद 25 सितंबर। गाजियाबाद में एयरफोर्स के हिंडन एयरबेस पर आज भारत की ड्रोन शक्ति का प्रदर्शन हुआ। देशभर की कंपनियां अपने हाईटेक ड्रोन लेकर पहुंचीं। इस दौरान किसी ड्रोन ने आसमान से ही संदिग्ध चीज को कैप्चर किया तो किसी ड्रोन ने आतंकियों के डमी ठिकानों पर बम गिराकर उसे नेस्तनाबूद किया।
इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने C-295 एयरक्राफ्ट की चाबी भी वायुसेना प्रमुख VR चौधरी को सौंपी। इस दौरान राजनाथ सिंह ने सर्वधर्म प्रार्थना की। उन्होंने रोली से एयरक्राफ्ट पर स्वास्तिक बनाया। एयरक्राफ्ट को रक्षा सूत्र बांधा। राजनाथ सिंह और VR चौधरी C-295 एयरक्राफ्ट के अंदर गए। C-295 एयरक्राफ्ट को वायुसेना को सौंपने से पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने खुद इसकी खासियतें देखीं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने C-295 पर स्वास्तिक बनाया। इसके बाद औपचारिक तौर इस भारतीय वायुसेना को सौंप दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, C-295परिवहन विमान भारतीय वायु सेना के AVRO बेड़े की जगह लेगा। C-295MW समकालीन तकनीक के साथ 5-10टन क्षमता का एक परिवहन विमान है, जो IAF के पुराने एवरो विमान की जगह लेगा। इसमें त्वरित प्रतिक्रिया और सैनिकों और कार्गो के पैरा-ड्रॉपिंग के लिए एक रियर रैंप दरवाजा है। अर्ध-तैयार सतहों से शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग इसकी अन्य विशेषताएं हैं।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत में 13,400से अधिक डिटेल पार्ट्स, 4,600सब-असेंबली और सभी सात प्रमुख कंपोनेंट असेंबलियों का निर्माण किया जाएगा। इसने कहा कि इंजन, लैंडिंग गियर और एवियोनिक्स जैसे विभिन्न सिस्टम एयरबस डिफेंस एंड स्पेस द्वारा प्रदान किए जाएंगे और टाटा कंसोर्टियम द्वारा विमान में एकीकृत किए जाएंगे।
सी-295 न केवल एक विशेष डिजाइन के साथ भारत निर्मित है, बल्कि यह देश भर में रोजगार के कई अवसर पैदा करने के लिए भी तैयार है। गुजरात में IAF परियोजना से प्रत्यक्ष रूप से 600 अत्यधिक कुशल रोजगार, 3,000 से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार और 3000 अतिरिक्त मध्यम-कौशल रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।