मेरठ 03 नवंबर (प्र)। यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए रोडवेज द्वारा मेट्रो रूटों पर बसों की संख्या में इजाफा किया गया है। यह इजाफा खासकर उन मार्गों पर किया गया है। जहां मेट्रो स्टेशनों से जुड़ाव अधिक है। वहां अब ज्यादा बसें चलाई जाएंगी। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण और देहात क्षेत्रों से जुड़ने वाले कुछ रूट्स पर बसों की संख्या में कटौती की गई है। बता दे जिन रूटों पर पहले 10 बसें संचालित हो रही थी। वहां से मांग और यात्री संख्या के आधार पर कुछबसों को कम कर दूसरे व्यस्त रूटों पर स्थानांतरित किया गया है। मेट्रो स्टेशन और प्रमुख बाजारों को जोड़ने वाले रूट को अब प्राथमिकता दी जा रही है ताकि यात्रियों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में आसानी हो सके।
लोहिया नगर डिपो ऑपरेशन इंचार्ज सचिन कुमार ने बताया कि शनिवार से मेरठ शहर में इलेक्ट्रिक बसों का नया शेड्यूल लागू कर दिया गया है। जिसके चलते लोहियानगर से शहर के विभिन्न प्रमुख इलाकों को जोड़ने के लिए कुल 11 नए रूट तय किए गए हैं। इस योजना के तहत कुल 44 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी जो प्रतिदिन (एक बस) 130 ट्रिप करेंगी। इन बसों के माध्यम से प्रतिदिन लगभग 2188 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। सबसे अधिक 20 ट्रिप लोहियानगर से बेगमपुल मेट्रो स्टेशन (गंगा सागर होते हुए) रूट पर होंगी। इसके अलावा सिटी स्टेशन, हापुड़ अड्डा, मोदीनगर, परीक्षितगढ़, शाहजहांपुर और हस्तिनापुर जैसे इलाकों को भी इन बसों से जोड़ा गया है। खास बात यह है कि यात्रियों को अब ए टू जेड कॉलोनी और लोहियानगर से मेरठ साउथ मेट्रो स्टेशन तक भी अब डायरेक्ट इलेक्ट्रिक बस सेवा मिलेगी।
छह इलेक्ट्रिक बसें अब भी खराब
50 इलेक्ट्रिक बसों की योजना के तहत मेरठ में शुरू हुई सेवा में फिलहाल सिर्फ 44 बसें ही संचालित हो रही हैं। शेष 6 बसें अभी तक संचालन में नहीं आ सकी है। वार्ड में खड़ी खड़ी धूल फांक रही है। बता दे इन बसों की बैटरी चीन से मंगाई जाती है। लेकिन संबंधित आपूर्तिकर्ता की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिलने से यह बसें ठंडे बास्ते में पड़ी है।
