मेरठ 23 सितंबर (प्र)। जैसे जैसे 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे सभी राजनीतिक दल अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं को जोड़े रखने के साथ साथ मतदाताओं का एक नया वर्ग अपने फेवर में लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे है। लेकिन जितना मीडिया में आने वाली खबरों से पढ़ने देखने और सुनने को मिलता है उससे ये लगता है कि वर्तमान में देश की दूसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टियों में शूमार तथा अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और समाज के हर वर्ग से जुड़ने की कोशिश कर पार्टी को मजबूत करने के जो सफल प्रयास किये जा रहे है। उनके अच्छे परिणाम भी अगले चुनाव में आ सकते है। लेकिन अन्य दलों की भांति कांग्रेस को भी अपने विश्वास पात्र लोगों को जो जहां है उसको वहां आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करने होंगे।
वर्तमान में त्यागी समाज के द्वारा भी अन्य जागरूक जातियों के मतदाताओं के समान जितनी जिसकी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागीदारी के सिद्धांत पर चलते हुए राजनीतिक दलों में अपने पैर जमाने की कोशिश के साथ ही अगर सफलता नहीं मिलती तो इसके कुछ नेता अपनी पार्टी बनाने के लिए भी मुखर समय समय पर होते रहे है। सत्ताधारी दल ने त्यागी समाज के लोगों को काफी बढ़ावा दिया है। तो रालोद ने त्रिलोक त्यागी को महामंत्री बना रखा है लेकिन कांग्रेस में जितना नजर आता है उतना प्रतिनिधित्व शायद इस समाज के लोगों को अभी नहीं दिया गया है।
पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी व आस्थावान लोगों में यह चर्चा मुखर हो रही है कि आगामी चर्चा है कि लोकसभा चुनाव में मजबूती से इस समाज के लोगों को जोड़े रखने हेतु इसके प्रमुख नेताओं को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। कई प्रमुख कांग्रेसियों का मानना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी राहुल गांधी जी के हर प्रयास और आंदोलन में उनके साथ निस्वार्थ भाव से खड़े रहने वाले सर्वसमाज में मान्य मनोज त्यागी को अब श्रीमति सोनिया गांधी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जी को उन्हे राज्यसभा में भेजा जाये या कोई ऐसा ही अन्य मजबूत पद देकर इस स्थिति में लाना चाहिए कि वो पूरे देश में कांग्रेस की नीतियों और सोनिया प्रियंका व राहुल गांधी जी के प्रयासों आदि को और मजबूती से आगे बढ़ाने और जन जन से उन्हें अवगत कराने का काम कर सके। दूसरी ओर इससे कांग्रेस को सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि एक बड़ा संदेश जाएगा कि देर सबेर ही सही वरिष्ठ व समर्पित कार्यकर्ता को पार्टी में भरपूर सम्मान व पद और आगे बढ़ने का मौका मिलेगा और इससे वो और भी हौंसले के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार को जिताने और कांग्रेस को आगे बढ़ाने और मजबूत करने में तेजी से काम करेंगे।