मेरठ 11 अक्टूबर (प्र)। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा भारत निर्वाचन आयोग अब 12 अक्टूबर को मेरठ में मतदाता सूची को लेकर अंतिम दौर की समीक्षा करेगा। यहां 17 जिलों के डीएम के साथ आयोग मतदाता बनाने के अभियान की तैयारियां परखेगा। प्रदेश में 27 अक्टूबर से मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू हो रहा है। यह नौ दिसंबर तक चलेगा। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन पांच जनवरी को होगा।
भारत निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के 75 जिलों की समीक्षा के लिए पांच चरण निर्धारित किए थे। कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर व आगरा में समीक्षा करने के बाद अब चुनाव आयोग अंतिम चरण में मेरठ में 12 अक्टूबर को समीक्षा करने जा रहा है। चुनाव आयोग अब तक 58 जिलों में मतदाता बनाने के अभियान की समीक्षा कर चुका है। मेरठ में शेष 17 जिलों की तैयारियां परखी जाएंगी।
आयोग जिलाधिकारियों व चुनाव से जुड़े अफसरों के साथ बैठक कर सर्वाधिक फोकस मतदाता सूची पर रख रहा है। चुनाव के समय सबसे ज्यादा शिकायतें भी मतदाता सूची को लेकर आती हैं। इसलिए साफ-सुथरी मतदाता सूची के लिए आयोग का पूरा जोर है। 27 अक्टूबर से शुरू होने वाले मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान की जिला स्तर पर क्या तैयारियां हैं इसे आयोग बारीकी से देखेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेन्द्र शर्मा व नितेश व्यास के नेतृत्व में टीम 12 अक्टूबर को मेरठ पहुंचेगी। सभी जिलों के डीएम व चुनाव से जुड़े अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ यहां पहुंचने के निर्देश भेज दिए गए हैं।
अब तक की चार समीक्षा बैठकों में आयोग का फोकस मतदाता सूची को शुद्ध बनाने के लिए मतदाताओं के नाम दर्ज करने, मृत मतदाताओं के नाम हटाने, जनसंख्या के अनुपात में मतदाताओं का प्रतिशत व पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं का प्रतिशत सुधारने को लेकर है। युवा मतदाताओं के नाम सूची में जोड़ने के लिए विश्वविद्यालयों, तकनीकी एवं मेडिकल कालेजों, आइटीआइ, पालीटेक्निक आदि शैक्षणिक संस्थाओं में विशेष कैंप आयोजित करने पर भी विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
इन जिलों की होगी समीक्षा
मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बागपत, मुरादाबाद, बिजनौर, संभल, रामपुर, अमरोहा, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बरेली, बदायूं व पीलीभीत