मेरठ, 28 मई (प्र)। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण का इंटरचेंज अब लोहियानगर डंपिंग ग्राउंड पर नहीं बनेगा। डंपिंग ग्राउंड के सामने दलदल के कारण इंटरचेंज की जगह बदल दी गई है। अब यह इंटरचेंज वहां बनेगा, जहां से हापुड़-मेरठ हाईवे (एनएच- 235) का टोल रोड शुरू होता है यानी मेरठ से हापुड़ की तरफ जाने पर ठीक डंपिंग ग्राउंड के पीछे। यहां कार्यदायी कंपनी ने बोर्ड भी लगा दिया है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पांचवां चरण यानी 14 किमी का कनेक्टर निर्माणाधीन है। यह कनेक्टर दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे के चौथे चरण यानी डासना परतापुर वाले हिस्से में जुड़ जाएगा। मेरठ-हापुड़ हाईवे से यह कनेक्टर लोहियानगर डंपिंग ग्राउंड के पास से शुरू हो रहा है। इस हाईवे पर ही एक्सप्रेसवे का इंटरचेंज (वाहनों के उतरने-चढ़ने के लिए गोल चक्कर) बनेगा। पहले इंटरचेंज का निर्माण लोहियानगर से गढ़ रोड को जाने वालो 45 मीटर चौड़ी सड़क (रिंग रोड) से मिलाते हुए किया जाना था। इसी के लिए रिंड रोड के एक तरफ डंपिंग ग्राउंड के कुछ हिस्से का कूड़ा हटाना था और दूसरी तरफ मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) को खाली जमीन को खरीदा जाना था।
मेडा के साथ जमीन खरीद की प्रक्रिया पूर्ण हो पाती, उससे पहले ही एनएचएआइ ने इंटरचेंज के लिए डंपिंग के सामने वाली जमीन की सफाई शुरू करा दी। सफाई के समय पता चला कि संबंधित जमीन पर दलदल है। इस पर दलदल को पाटने के लिए एनएचएआइ को ओर से टेंडर हुआ। लगभग तीन करोड़ रुपये उसमें खर्च भी हो गए, लेकिन दलदल धंसता हो चला गया। इस पर एनएघ्चएआइ ने दलदल वाली जमीन को प्रोजेक्ट से हटा दिया। इस जमीन को छोड़ने के बाद चुनौती सामने आई कि उसी स्थान पर यदि इंटरचेंज बनाना है तो डंपिंग ग्राउंड का आधे से अधिक हिस्सा हटाना पड़ेगा, तमाम बैठकें हुईं, लेकिन डंपिंग ग्राउंड हटाने का निर्णय नहीं हो सका। ऐसे में इंटरचेंज की जगह बदली गई।
धीरज कुमार, परियोजना निदेशक, नियेत एक्सप्रेसवे का कहना है कि लोहियानगर डंपिंग ग्राउंड के पास जहां इंटरचेंज प्रस्तावित था, वहां एक तरफ दलदल था। उस दलदल को पाटने का प्रयास भी हुआ लेकिन बाद में उस जमीन को छोड़ने का निर्णय लिया गया। इसी कारण इंटरचेंज का स्थान बदला गया है।