Monday, December 22

किसानों को अपनी बात मनवाने के लिए करने होंगे आंदोलन : राकेश टिकैत

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मेरठ 22 दिसंबर (प्र)। किसान को अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने और अपनी बात मनवाने के लिए अब आंदोलन करने होंगे। रातों को धरने पर रुककर अपनी ताकत दिखानी होगी। सरकार बहरी हो चुकी है उसे बिना आंदोलन के कुछ सुनाई नहीं देता। किसानों को भी अब एकजुट होकर आंदोलन करके अपनी ताकत का एहसास कराना होगा।

यह बात भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को पांडव नगर स्थित गन्ना भवन में भाकियू की महापंचायत के दौरान कहीं। इस दौरान उन्होंने मेरठ से लखनऊ तक आंदोलन की चेतावनी थी दी जिसका असर भी दिखाई पड़ा और पंचायत के दौरान ही गन्ना विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों की अधिकांश मांगों को मान लिया। लखनऊ स्तर की मांग के लिए प्रमुख सचिव गन्ना से मिलने की बात तय हुई। इसके बाद गन्ना भवन पर चल रहा किसानों का धरना भी समाप्त हो गया।

भारतीय किसान यूनियन की ओर से जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में बीते सोमवार को हाड़ा बढ़ाने और भाड़ा घटाए जाने की मांग को लेकर गन्ना भवन पर धरना शुरू किया था। सात दिन तक धरना चला और रविवार को महापंचायत की गई। महापंचायत में पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पंचायत से ही लखनऊ कूच करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पहले अरावली के पहाड़ों को बचाने के लिए आंदोलन होगा और इसके बाद जनवरी में लखनऊ में किसानों की मांगों के लिए आंदोलन किया जाएगा। इसे लेकर मुख्यमंत्री से भी वार्ता की जाएगी। टिकैत ने कहा कि किसान संगठनों को चुप नहीं बैठना चाहिए आंदोलन से ही किसानों की बात पूरी होती है। वर्तमान सरकारें केवल पूंजीवादियों की बात सुनती हैं। किसान की बात नहीं सुनीं जाती इसके लिए किसानों को अपनी ताकत दिखाने की जरूरत है।

ट्रैक्टरों के हो रहे चालान, खुलेआम दौड़ रहे व्यापारियों के ट्रक
राकेश टिकैत ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के नाम पर किसानों के दस साल पुराने ट्रैक्टरों के चालान किए जा रहे हैं लेकिन व्यापारियों के पुराने ट्रक सरकार की मिलीभगत से खुलेआम दौड़ रहे हैं। मेरठ-मुजफ्फरनगर में फैक्टरियों में खूब ट्रक आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसानों के ट्रैक्टर रोके गए तो व्यापारियों के ट्रकों को भी नहीं चलने दिया जाएगा। ट्रक शहर में घुसेगा तो लेकिन वापस जाने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि किसानों की सभी मांगे पूरी की जाएं। घटतौली रोकी जाएं नहीं तो बड़ा आंदोलन होगा।

पंचायत में पहुंचे अधिकारी, पूरी हुईं किसानों की अधिकांश मांगे
उप गन्ना आयुक्त राजीव राय, जिला गन्ना अधिकारी बीके पटेल, एडीएम सिटी बृजेश सिंह समेत सभी मिल के जीएम व अधिकारी महापंचायत में पहुंचे। इस दौरान किसानों ने धरना स्थल पर जमीन पर ही अधिकारियों को बैठा लिया। राकेश टिकैत व अन्य पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को अधिकारियों के सामने रखा। इसके बाद किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल और अधिकारियों के बीच वार्ता हुई। अधिकारियों की ओर से हाड़ा (गन्ने का वजन पर्ची से अधिक होने) बढ़ाने की मांग को मान लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि पूर्व के नियमों के आधार पर मिल गन्ना लेंगी। इसके अलावा रियल टाइम खतौनी प्रार्थनापत्र के आधार पर सही होगी। अस्वीकृत प्रजाति के गन्ने और भाड़े को लेकर डीएम मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे। वहीं कुछ मांगों को लेकर दस किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में गन्ना प्रमुख सचिव से मिलेगा। एडीएम सिटी इसके लिए समय लेंगे। इसके बाद किसानों का धरना और महापंचायत समाप्त हो गई।

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