नई दिल्ली 13 नवंबर। दीपावली के मौके पर पूरे देश में रविवार की रात पटाखों की गूंज सुनाई दे रही थी, इसी बीच दिल्ली एनसीआर में 2 दिन पहले घटा प्रदूषण का स्तर अचानक से एक बार फिर बड़े स्तर पर बढ़ गया। दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के चलते लोगों का दम घुट रहा था, उसी बीच हुई बारिश ने प्रदूषण का लेवल कम करते हुए लोगों को राहत देने का काम किया लेकिन दिवाली की रात हुई ताबड़तोड़ आतिशबाजी के चलते प्रदूषण ने रिकॉर्ड तोड दिया। लिहाजा, रविवार की शाम तक दिल्ली के भीतर जो एक्यूआई 218 दर्ज किया गया था, वही अगले दिन यानी सोमवार की सुबह बढ़कर 999 तक पहुंच गया। ऐसे में दिल्ली एनसीआर वालों के लिए प्रदूषण का खतरा एक बार फिर बढ़ गया है।
बता दें कि देर रात तक हुई आतिशबाजी के चलते एक तरफ एक्यूआई लेवल तो बढ़ा ही, साथ ही लोगों के लिए 100 मीटर तक साफ साफ देखना भी मुश्किल हो चला है, जिसके चलते इंडिया गेट के आसपास के प्रदूषण के हालात बेहद खराब हैं। वहीं, प्रदूषण के दायरे में आने वाले मुख्य इलाकों की बात करें तो दिल्ली के आनंद विहार, जहांगीरपुरी, आरके पुरम, ओखला, श्रीनिवासपुरी, वजीरपुर के साथ बवाना और रोहिणी में भी प्रदूषण के चलते स्थितियां बेहद खराब हैं।
बताते चले कि दिल्ली में प्रदूषण के चलते सरकार ने कई सारे नियम और पाबंदियां लगाई थीं। बावजूद इसके दिल्ली का प्रदूषण स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा था लेकिन दो दिन पहले हुई बारिश ने अचानक प्रदूषण का स्तर घटा दिया, जिसके चलते लोगों को साफ हवा का आनंद एक बार फिर मिलना शुरू हो गया। दिवाली की शाम तक तो दिल्ली एनसीआर का मौसम ठीक था, लेकिन देर रात तक हुई आतिशबाजी से दिल्ली एनसीआर के हालात प्रदूषण के मामले में एक बार फिर बिगड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। बढ़े प्रदूषण के चलते सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखों और अतिशबाजी की बिक्री और भंडारण के साथ साथ इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगाई थी। लेकिन दिवाली पर हुई आतिशबाजी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए दिल्ली-एनसीआर के लिए प्रदूषण का खतरा एक बार फिर बढ़ा दिया है।