शामली 24 नवंबर । नायब तहसीलदार शामली व मुजफ्फरनगर कोतवाली पुलिस ने गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की जनपद शामली में स्थित करीब दस करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों को कुर्क कर जब्त कर लिया और उस पर अपना बोर्ड लगा दिया। जीवा की लखनऊ कोर्ट परिसर में करीब साढ़े पांच माह पहले गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मुजफ्फरनगर कोतवाली पुलिस ने गत दिवस शामली के नायब तहसीलदार प्रशांत अवस्थी के साथ गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा निवासी प्रेमपुरी मुजफ्फरनगर की जनपद शामली में स्थित अचल संपत्ति को जब्त किया है। एसएसपी मुजफ्फरनगर संजीव सुमन के मुताबिक गांव आदमपुर, मुजफ्फरनगर मार्ग, भौराकलां मार्ग, कुड़ाना मार्ग, बहावड़ी लिंक मार्ग, शामली में 227.60 वर्ग मीटर प्लाॅट और गांव बलवा में अपराध से अवैध धन अर्जित कर संजीव जीवा ने अपने, अपने पिता, पत्नी पायल महेश्वरी व पुत्रों तुषार आदि के नाम पर अवैध संपत्ति खरीदी। जिसे कुर्क करते हुए नोटिस बोर्ड स्थापित किया गया है। यह अचल संपत्ति लगभग दस करोड़ रुपये की है।
संजीव जीवा के पैतृक गांव बाबरी थाना क्षेत्र के आदमपुर में करीब 30 बीघा जमीन व निर्माणाधीन कोठी को कुर्क करते हुए चेतावनी बोर्ड लगाया गया। बाबरी थाना प्रभारी सीमा शर्मा ने बताया कि मुजफ्फरनगर कोतवाली पुलिस के कुर्क करने की जानकारी मिली है।
विदित हो कि संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की इसी साल सात जून को लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह लखनऊ की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। संजीव जीवा हिस्ट्रीशीटर के अलावा प्रदेश स्तर पर पंजीकृत गैंग आईएस-01 का लीडर रहा। इस गैंग में कुल 36 अपराधी रहे। संजीव माहेश्वरी 1995 से लगातार संगीन घटनाओं को अंजाम देता रहा और उसके विरुद्ध हत्या, रंगदारी, लूट, हत्या का प्रयास, अपहरण, धोखाधड़ी, गैंगस्टर जैसी संगीन धाराओं में 25 मामले दर्ज हैं।